पटना।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी वरिष्ठ जदयू नेता एवं अखिल भारतीय कलवार, कलाल, कलार महासभा बिहार प्रदेश के मुख्य संरक्षक श्री राजा चौधरी नहीं रहे। मंगलवार 23 नवंबर की सुबह पटना के एक निजी अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। लगभग 50 वर्षीय राजा चौधरी डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी थे। बिहार की राजनीति में उन्हें अग्रणी वैश्य नेताओं में शुमार किया जाता था। उनके आकस्मिक निधन के समाचार से कलवार समेत संपूर्ण वैश्य समाज में शोक की लहर दौड़ गई है।
अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष श्री अजय जायसवाल (लखनऊ) ने राजा चौधरी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए इसे समाज की अपूर्णनीय क्षति बताया है। शिवहरेवाणी से बातचीत में उन्होंने कहा कि सपने में भी नहीं सोचा था कि राजा चौधरी जैसा जीवट वाला इंसान हमसे इतनी जल्द विदाई ले लेगा। जल्द तरक्की करने वाला समाज का कोहिनूर हीरा असमय चला गया। उन्होंने कहा कि वह नाम ही से नहीं, अपने काम और व्यक्तित्व से भी राजा था। बिहार के राजनीतिक और सामाजिक पटल पर उस शख्स ने अपनी चौधराहट का डंका बजा रखा था।
अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अशोक जायसवाल ने राजा चौधरी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि पटना सिटी निवासी श्री राजा चौधरी पिछले तीन-चार वर्षों से जायसवाल के समाज के सभी प्रमुख मंचों पर नजर आ रहे थे, समाज को लेकर उनकी अपनी सोच थी जिसे पूरी मजबूती से सामने रखते थे। उनका असमय निधन से कलवार, कलार समाज को ऐसी क्षति पहुंची है जिसकी भरपाई नहीं हो सकती।
अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा के राष्ट्रीय महासचिव श्री अटल कुमार गुप्ता ने कहा कि कलवार समाज का एक बहुत जोशीला, सक्रिय व कर्मठ कार्यकर्ता असमय ही चला गया। उनके निधन के समाचार से पूरा कलवार समाज दुःखी है और उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है। भगवान उनकी आत्मा को अपने चरणों में स्थान दे। उत्तर प्रदेश जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा और अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा उन्हें अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित करती है।
आईका के अध्यक्ष कमलेश कुमार (दिल्ली) ने कहा कि यह सचमुच आहत करने वाला समाचार था। दो वर्ष पूर्व मथुरा में जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा के अधिवेशन में वह उनके रूम मेट थे। इसके बाद उनसे नियमित रूप से बातचीत का सिलसिला बन गया था। बीते दिनों टीवी सीरियल में भगवान सहस्त्रबाहु के बारे में आपत्तिजनक कंटेंट को लेकर जो विवाद छिड़ा, उसमें राजा चौधरी की अग्रणी भूमिका रही। वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बहुत करीबी लोगों में माने जाते थे।
प्रमुख समाजसेवी, कवि एवं अध्यात्मिक गुरु श्री राजीव जायसवाल सीए ने राजा चौधरी के निधन पर गहरा शोक जताते हुए कहा कि जीवन से भरपूर एक इंसान का यूं चले जाना कई लोगों को मायूस कर गया है। दो साल पहले नागपुर में जायसवाल समाज के एक कार्यक्रम में उनसे भेंट हुई थी, जिसके बाद हम एक तरह से दोस्त हो गए थे। उनके फोन आते रहते थे, परिवार औऱ पिता (जाने-माने समाजसेवी श्री वेदकुमार जायसवालजी) के हालचाल लेते रहते थे।
राजा चौधरी के सपने को साकार करेगा कलवार सेवक समाज
कलवार सेवक समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अरविन्द वर्मा ने दुःख प्रकट करते हुए कहा राजा चौधरी जी वैश्य एवं कलवार समाज के लोकप्रिय व कर्मठ नेता थे। समाज को उनसे काफ़ी अपेक्षा थी, पर ईश्वर को मंजूर नहीं हुआ। डॉ वर्मा ने दिवंगत आत्मा के प्रति भावभीनी श्रृद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा ईश्वर उनके परिजनों को विपत्ति की इस घड़ी में दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे। डॉ वर्मा ने कहा राजा चौधरी के सपने को साकार करने में कलवार सेवक समाज सक्रिय रहेगी।
डॉ वर्मा सहित किशोर भगत, उदय शंकर साह, दिनेश भगत, रमेश प्रसाद, सुशील व्याहुत, कैलाश चन्द्र, अशोक कुमार चौधरी, सीमा गुप्ता, संगीता चौधरी, सुप्रिया भगत, प्रदीप भगत, कन्हाई चौधरी, प्रमोद जायसवाल, संतोष कुमार, उमेश चौधरी, गौरव वर्मा, संतोष भगत, रामेश्वर भगत, अरुण वर्मा, अनिल वर्मा, आदित्य वर्धनम, पी के चौधरी, अमित जायसवाल, गणेश भगत, गोविन्द जयसवाल, दीपक भगत,संजय जायसवाल, राजीव भगत, मधुबाला, डॉ राजेश रौशन तथा रौशन गुप्ता आदि वैश्य नेताओं ने दिवंगत नेता के प्रति शोक संवेदना प्रकट किया।
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