आगरा।
श्री रामचरितमानस के पंचम सोपान ‘सुंदरकांड’ रामभक्त हनुमान की विजयगाथा है जिन्होंने अपनी इच्छाशक्ति, बल, बुद्धि, ज्ञान से माता सीता की खोज और राक्षसों के संहार के दुष्कर कार्य में सफलता पाई थी। यही गुण जीवन में सफलता का आधार होते हैं, और सुंदरकांड का पाठ इन गुणों का अवलंबन करने के लिए प्रेरित करता है। आगरा के शिवहरे समाज ने वर्ष 2023 के पहले मंगलवार 3 जनवरी को सुंदरकांड में वर्णित प्रेरणादायी प्रसंग के श्रवण के साथ नए साल की सुंदर शुरुआत की।
सदरभट्टी चौराहा स्थित शिवहरे समाज की महान धरोहर ‘दाऊजी मंदिर’ में हनुमानजी की प्राचीन प्रतिमा के समक्ष सुंदरकांड के 03 श्लोक, 02 छंद, 58 चौपाई, 60 दोहों में बिंधे 6241 शब्दों में वर्णित रामभक्त हनुमान की महिमा की संगीतमय प्रस्तुति दी हनुमानभक्त ‘राम’ कुलभूषण गुप्ता रामभाई और दीपक गुप्ता ने, जिसे सुनकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया।
शिवहरे समाज एकता परिषद द्वारा आयोजित ‘सुंदरकांड’ से पूर्व मंदिर के पुजारी पं. राजकुमार शर्मा ने हनुमानजी का श्रृंगार किया, और परिषद के अध्यक्ष अंशुल शिवहरे, संयोजक अमित शिवहरे, संयोजक अमित शिवहरे, महासचिव हिमांशु शिवहरे, कोषाध्यक्ष लकीराज शिवहरे, उपाध्यक्ष अंकुर गुप्ता और सरजू गुप्ता ‘काके’ और उदय शिवहरे से हनुमानजी की पूजा अर्चना कराई। तत्पश्चात दीपक गुप्ता ने उनकी संगीत पार्टी की संगत के साथ सुंदरकांड की लयबद्ध प्रस्तुति दी। बाद में परिषद के संरक्षक एवं वरिष्ठ भाजपा नेता कुलभूषण गुप्ता ‘रामभाई’ ने माइक थामा और अपनी मधुर वाणी में चिर-परिचित अंदाज में सुंदरकांड का ऐसा सुंदर पाठ किया कि लोग भक्ति के रंग में सराबोर हो गए। मंदिर श्री राधाकृष्ण मंदिर समिति के कोषाध्यक्ष रामभाई ने सुंदरकांड की चौपाइयों के बीच-बीच में लोकप्रिय भजनों से समा बांध दिया। अंत में हनुमान जी की आरती के साथ इस कार्यक्रम का समापन हुआ। अंत में सभी को सेव-बूंदी की प्रसादी वितरित की गई। श्री दिनेश गुप्ता (पीएनटी कालोनी) की ओर से सभी को हनुमान चालीसा की पुस्तिका भेंट की।
भाजपा विधायक श्री विजय शिवहरे, दाऊजी मंदिर अध्यक्ष श्री बिजनेश शिवहरे, राधाकृष्ण मंदिर के अध्यक्ष श्री अरविंद शिवहरे (तीनों परिषद के संरक्षक भी हैं) की उपस्थिति ने कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की। दाऊजी मंदिर के वरिष्ठ महासचिव धर्मेंद्रराज शिवहरे, कोषाध्यक्ष संतोष गुप्ता, श्री मोतीलाल शिवहरे, श्री हरीश शिवहरे ‘गुड़ियल’, प्रदीप शिवहरे समेत कई समाजबंधु एवं महिलाएं उपस्थित रहे।
परिषद के अध्यक्ष अंशुल शिवहरे ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि नववर्ष पर शुभ की कामना के लिए सुंदंरकांड के पाठ से बेहतर कोई विकल्प नहीं हो सकता और इसीलिए, हर वर्ष भी यह आयोजन किया जाता है। यह निरंतर पांचवा आयोजन है।
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