शिवहरे वाणी नेटवर्क
आगरा।
आगरा में शिवहरे समाज की धरोहर राधाकृष्ण मंदिर में शरद पूर्णिमा का पर्व हर बार की तरह इस बार भी धूमधाम से मनाया गया। भगवान राधाकृष्ण ने भी शरद पूर्णिमा के चांद के स्वागत में सफेद चांदनी की झलक वाली पोशाक पहन रखी थी। चंद्रमा की किरणों की अमृत वर्षा के बीच शिवहरे महिलाओं के मधुर भजनों से भक्ति भाव की त्रिवेणी प्रवाहित हुई जिसमें लोग आधी रात तक गोते लगाते रहे।। श्रीमती संध्या शिवहरे के शानदार भजनों ने इस रात को यादगार बना दिया। रात 12 बजे भगवान की आरती कर चांदनी में रखी खीर का भोग लगाया गया, और प्रसाद वितरित किया गया।
मंदिर में रात 10 बजे से कीर्तन शुरू हो गए। लोहामंडी फाटक निवासी श्रीमती संध्या शिवहरे पत्नी स्व. श्री देवानंद शिवहरे ने एक से बढ़कर एक भजन सुनाए। इन भजनों में भक्त की आस्था के ऐसे मंजर भी सामने आए जिसमें वह अपने भगवान से उनकी ही शिकायत कर रहा है कि कान्हा तू तो बनिया हो गया है, बैठे-बैठे नोट छाप रहा है और अपने भक्तों को कुछ नहीं दे रहा है। प्रभु के प्रति प्रेम, प्रशंसा, शरारत, याचना जैसे भावों को भजन में पिरोकर शानदार प्रस्तुति दी श्रीमती संध्या शिवहरे ने। कभी मीरा और सूर के पद तो कभी फिल्मी गीतों की पैरोडी पर बने भजन.. संध्या शिवहरे ने सुनने वालों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
उर्मिला शिवहरे, रजनी शिवहरे, पूनम गुप्ता, कमलेश शिवहरे, हेमलता शिवहरे, ललिता शिवहरे, ऊषा शिवहरे, साधना शिवहरे, मिथलेश शिवहरे, पूनम शिवहरे ने उनका साथ दिया। आधी रात को भगवान की भव्य आरती की गई जिसके बाद खीर का प्रसाद वितरित हुआ।
इस दौरान मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष अरविंद गुप्ता, उपाध्यक्ष अशोक शिवहरे अस्सो भाई, महासचिव मुकुंद शिवहरे, वरिष्ठ पदाधिकारी संजय शिवहरे समेत कई समाजबंधु उपस्थित रहे।
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