ललितपुर।
लॉ करने वाले ज्यादातर युवाओं का एक ही सपना होता है, जज बनना। लेकिन ललितपुर के अमन राय ने जज बनकर अपने वकील पिता का सपना पूरा किया है । प्रतिष्ठित सरकारी उपक्रम एनटीपीसी में असिस्टेंट लॉ ऑफीसर के पद पर कार्यरत अमन राय की सफलता से परिवार में जश्न का माहौल है। बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। ललितपुर के कलचुरी समाज ने भी अमन की सफलता का हर्ष व्यक्त करते हुए परिवार को बधाई दी है।
ललितपुर में महरौनी निवासी श्री आनंद राय एडवोकेट और श्रीमती सुषमा राय के पुत्र अमन राय ने पीसीएस-जे परीक्षा में 202वीं रैंक हासिल की है। 25 वर्षीय अमन राय की प्रारंभिक शिक्षा महरौनी में ही हुई। आठवीं कक्षा के बाद वह झांसी चले गए जहां उन्होंने अपने चाचा प्रतिष्ठित न्यूरोसर्जन डा. एच.के. राय का सानिध्य प्राप्त हुआ। झांसी से 12वीं की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने क्लैट (CLAT) परीक्षा दी और पहले ही प्रयास में सफलता प्राप्त कर लखनऊ के प्रतिष्ठित राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में एडमिशन लिया। वर्ष 2021 में बीए एलएलबी करने के बाद उन्होंने क्लैट परीक्षा क्वालीफाई कर एलएलएम के लिए पुनः लखनऊ के ही इसी राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में दाखिला लिया। वर्ष 2022 में एलएलएम के उन्होंने यूजीसी की जेआरएफ (जूनियर रिसर्च फैलो) परीक्षा क्वालीफाई की और लखनऊ के इसी विधि संस्थान से पीएचडी के लिए एडमिशन लेने की प्रक्रिया में थे, कि प्रतिष्ठित सरकारी उपक्रम ‘एनटीपीसी’ में असिस्टेंट लॉ ऑफीसर के पद पर उनका चयन हो गया। वह वर्तमान में दार्जिलिंग में पोस्टेड हैं।
अमन राय अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, गुरू और मित्रों को देते हैं। शिवहरेवाणी से बातचीत में अमन राय ने न्यायिक सेवा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को सुझाव दिया कि वे तैयारी में जुटे रहें और सब्जेक्ट तैयार कर उनका रिवीजन करते रहें। असफलता से निराश न हों, बल्कि इससे प्रेरित होकर और जोश से तैयारी करें। साथ ही उन्हें हर स्टेट की न्यायिक सेवा परीक्षा देनी चाहिए, इससे नया पढ़ने को मिलता है और सब्जेक्ट का रिवीजन भी होता रहता है। अमन राय भविष्य में उच्च न्यायिक सेवा में जाना चाहते हैं।
बेटे की कामयाबी से बेहद खुश श्री आनंद राय एडवोकेट ने शिवहरेवाणी से बातचीत में कहा कि अमन को जज के रूप में देखना मेरा सपना था और आज उसने अपनी मेहनत से मेरी यह इच्छा पूरी कर दी। मां श्रीमती सुषमा राय ने बताया कि अमन राय शुरू से ही कुशाग्र बुद्धि वाले मेहनती स्टूडेंट रहे। बीए एलएलबी करने के बाद जज बनने के पिता के सपने को ही उन्होंने अपना लक्ष्य बनाया था। इसके लिए काफी मेहनत भी की। परीक्षा के दिनों में वह पूरी-पूरी रात पढ़ाई करते, सुबह आठ बजे सोते और दोपहर बाद तीन बजे उठते थे। शाम से ही फिर पढ़ाई शुरू कर देते..। अमन की मेहनत रंग लाई है। अमन राय की बड़ी बहन सुश्री शुचि राय भी भाई की सफलता से बहुत खुश है। शुचि राय बीटेक करने के बाद वेल्लुर स्थित वीआईटी से एमटेक किया है और वर्तमान में बंगलुरू में एक प्रतिष्ठित कंपनी में आकर्षक वेतन पर काम कर रही है। परिवार में इन दिनों शुचि के विवाह की तैयारी चल ही रही थी, कि अमन की कामयाबी ने इस खुशी को दोगुना कर दिया।
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