नई दिल्ली।
अपनी फील्ड में शीर्ष पर पहुंचने का सपना तो हर कोई देखता है, लेकिन चंद लोग ही इसे साकार कर पाते हैं। दिल्ली के युवा उद्यमी मनीष जायसवाल ऐसे ही चंद लोगों में हैं जिन्होंने अपने ट्रेड में ‘बादशाहत’ हासिल की है, यानी उनकी फील्ड में उन्हें चुनौती देना वाला कोई नहीं। उनकी कंपनी ‘राज एंटरप्राइजेज’ ने बहुत कम समय में देश में एयरक्राफ्ट लैंप्स-लाइट्स एवं पार्ट्स बनाने वाली शीर्ष कंपनी का रुतबा हासिल किया है। हाल ही में मनीष जायसवाल को ‘बेस्ट एयरक्राफ्ट लाइट्स एंड लैंप्स मैन्युफैक्चरर इन इंडिया’ के रूप में प्रतिष्ठित ‘नेशनल फेम अवार्ड-2022 ’ प्रदान किया गया है।
नई दिल्ली के द्वारिका स्थित होटल ताज विवांता में बीते दिनों प्रतिष्ठित रिसर्च एंड ब्रांडिंग कंपनी ‘ब्रांड इंपैक्ट’ द्वारा आयोजित भव्य समारोह में फिल्म अभिनेत्री मलाइका अरोड़ा ने मनीष जायसवाल को यह अवार्ड दिया। मनीष जायसवाल मंच पर अपनी धर्मपत्नी माधुरी शिवहरे जायसवाल के साथ पहुंचे, जिन्हें वह अपनी कामयाबी में बराबर का भागीदार मानते हैं। मनीष जायसवाल ने 2010 में ‘माइकोलक्स लाइटिंग’ ब्रांड लांच कर विमानों की लैंप्स, लाइटिंग और पार्ट्स बनाने का काम शुरू किया था। कंपनी ने अपने क्वालिटी प्रोडक्ट्स के बल पर जल्द ही शानदार ग्रोथ दर्ज कराई। आज एयरक्राफ्ट लैंप्स, रेलवे लैंप्स, मिलिट्री टैंक लैंप्स, एयरफील्ड लैंप्स, मेडिकल लैंप्स, एविएशन ऑब्सट्रक्शन लाइट्स और एलईडी लाइटिंग के क्षेत्र में ‘माइकोलक्स लाइटिंग’ देश का शीर्ष ब्रांड बन चुका है।
यही नहीं, ‘माइकोलक्स लाइटिंग’ एयरक्राफ्ट लैंप्स, लाइटिंग, टॉयलेट फिल्टर्स, कॉकपिट फिल्टर्स आदि बनाने वाली देश की एकमात्र कंपनी है और अपने सौ फीसदी उत्पाद निर्यात करती है। कई इंटरनेशनल ब्रांड माइकोलक्स के कस्टमर्स हैं । कंपनी यूके, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, इटली, अमेरिका, यूएई, जर्मनी और रूस समेत 38 देशों में अपने प्रोडक्ट एक्सपोर्ट करती है। मनीष जायसवाल को बीते वर्षों में दुबई, सिंगापुर, म्यांमार, पेरिस समेत कई देशों में इंटरनेशनल ट्रेड कांफ्रेंस एवं एक्सपो में भारतीय पैवेलियन में शामिल होने का मौका मिला। बोत्सवाना में कंट्री टु कंट्री ट्रेड कांफ्रेंस में उन्होंने देश के तत्कालीन उपराष्ट्रपति श्री वैंकैया नायडू के साथ हिस्सा लिया था, जिसे वह अपने अब तक का जीवन की सबसे ‘गौरवशाली उपलब्धि’ मानते हैं।
दिल्ली के कीर्तिनगर निवासी श्री मनीष जायसवाल का परिवार लंबे समय से लाइटिंग इंडस्ट्री से जुड़ा है। मूल रूप से बस्ती के रहने वाले उनके दादाजी श्री बुद्धिराम गुप्ता ने 1970 में दिल्ली में आटोमोबाइल बल्ब बनाने का काम शुरू किया था। उसके बाद मनीष के पिताजी श्री विजय कुमार गुप्ता ने इस काम को आगे बढ़ाया।
आईएमटी गाजियाबाद से एमबीए (इंटरनेशनल ट्रेड) शिक्षित मनीष जायसवाल अपने सफलता का श्रेय परिवार को देते हैं। कहते हैं कि लाइटिंग का काम उन्हें परिवार से ही मिला है, जिसे श्री विजय कुमार जायसवाल औऱ माताजी श्रीमती सुमन जायसवाल की प्रेरणा से उन्होंने आगे बढ़ाया है। वह अपनी पत्नी श्रीमती माधुरी शिवहरे जायसवाल, पुत्री आरण्या और पुत्र माहिर को भी अपनी सफलता में हिस्सेदार मानते हैं। माधुरी शिवहरे जायसवाल ग्वालियर के प्रतिष्ठित सबमर्सिबल पंप कारोबारी श्री भीकमचंद शिवहरे की पुत्री हैं।
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