भोपाल।
जर्मनी से एक अच्छी खबर आई है। वहां चल रहे आईएसएसएफ जूनियर शूटिंग वर्ल्ड कप में 15 मई को 50 मीटर रायफल 3 पोजीशन जूनियर वुमन शूटिंग स्पर्धा में भोपाल की आशी चौकसे ने ब्रांज मैडल जीत लिया है। गोल्ड और सिल्वर मैडल विजेताओं से वह बहुत कम अंतर से पीछे रह गईं। भारतीय दल में शामिल आशी चौकसे को 10 मीटर की रायफल शूटिंग स्पर्धा में भी भाग लेना है जिसमें उनकी रायफल के निशाने पर गोल्ड मैडल रहेगा। राष्ट्रीय कलचुरी महासंघ की राष्ट्रीय संयोजक श्रीमती अर्चना जायसवाल, राष्ट्रीय संरक्षक श्री दीपक जायसवाल, मध्य प्रदेश अध्यक्ष श्री राकेश राय, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष श्री किशोर राय ने आशी चौकसे की को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
जर्मनी में आशी के ब्रांज मैडल जीतने की खबर मिलते ही भोपाल में अवधपुरी स्थित उसके घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया है। 20 वर्षीय आशी चौकसे नेशनल और स्टेट लेवल की स्पर्धाओं में भी कई पदक जीत चुकी हैं। भोपाल के रेलवे कर्मचारी श्री पदमकांत चौकसे एवं श्रीमती वंदना चौकसे की पुत्री आशी चौकसे अमृतसर स्थित गुरुनानक यूनीवर्सिटी में ग्रेजुएशन (फिजिकल एजुकेशन एंड कामर्स) की द्वितीय वर्ष की छात्रा हैं। हाल ही में बेंगलुरू में हुई खेलो इंडिया यूनीवर्सिटी गेम्स में आशी चौकसे एक गोल्ड और एक सिल्वर मैडल जीतकर राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आ गई थीं। इससे पहले राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप में आशी चौकसे ने दो गोल्ड और दो सिल्वर मैडल जीते थे।
श्री पदमकांत चौकसे ने शिवहरेवाणी को बताया कि आशी चौकसे ने 9वीं कक्षा में एनसीसी ज्वाइन की थी, और वहीं से रायफल शूटिंग में उसकी प्रतिभा उभरकर सामने आई थी। वह अब तक राष्ट्रीय और स्टेट लेवल की कई स्पर्धाओं में कई पदक जीत चुकी हैं। उनकी खेल प्रतिभा को देखते हुए इंडियन आर्मी ने उन्हें जॉब भी ऑफर की थी। फिलहाल आशी ओलंपिक गेम्स और सीनियर वुमन वर्ल्डकप में भारत के लिए मैडल जीतना चाहती हैं। आशी चौकसे अपनी सफलता का श्रेय अपने कोचेज, मेंटर्स और फैमिली को देती हैं। उनका कहना है कि पिता श्री पदमकांत चौकसे के साथ ही मां श्रीमती वंदना चौकसे और भैय्या श्री पलाश चौकसे के प्रोत्साहन और सहयोग के बिना यह कामयाबी मुमकिन नहीं थी। पलाश चौकसे भोपाल में आईसीआईसीआई बैंक में कार्यरत हैं।
वुमन पॉवर
शाबाशः भोपाल की रायफल शूटर आशी चौकसे ने जर्मनी में जीता ब्रांज मैडल, ओलंपिक में भारत के लिए मैडल जीतने का सपना
- by admin
- May 15, 2022
- 0 Comments
- Less than a minute
- 3 years ago
Leave feedback about this