डबरा/ग्वालियर।
चिराग शिवहरे हत्याकांड की आंच अब शिवराज शासन पर आ रही है। पुलिस के ढुलमुल रवैये से आहत चिराग के परिजनों ने शासन-प्रशासन पर ‘ठाकुरवाद’ का आरोप लगाते हुए सवाल खड़ा किया है कि छात्रा अक्षया यादव के हत्यारोपी के घर पर पुलिस ने बुलडोजर चला दिया, तो हमारे बेटे के हत्यारों अंश जादौन और दृष्टि ग्रोवर पर ऐसी कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है? और तो और, पुलिस पांच दिन बाद भी दृष्टि ग्रोवर को पकड़ नहीं सकी है।
जानकारी के मुताबिक, चिराग के परिजन बीते रोज ग्वालियर के क्राइम ब्रांच के एसपी से मिले थे, उन्होंने दृष्टि ग्रोवर की गिरफ्तारी के लिए दो दिन की मोहलत मांगी है। चिराग शिवहरे के चाचा श्री दीपक शिवहरे ने शिवहरेवाणी से बातचीत में बताया कि पुलिस ने अंश जादौन उर्फ यश जादौन को तीन दिन की रिमांड पर लिया है। हत्या में शामिल अंश का चचेरा भाई शिवम अभी तक फरार है। अंश के पिता पुलिस की हिरासत में हैं लेकिन अब तक गिरफ्तारी नहीं दरशाई है। वहीं परिवार समेत फरार चल रही चिराग की गर्लफ्रेंड दृष्टि ग्रोवर को भी पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। ये सारी बातें मामले में पुलिस के ढुलमुल रवैये को दर्शाती है।
श्री दीपक शिवहरे ने सीधा आरोप लगाया है कि अंश जादौन के रिश्तेदारों की सूबे की शिवराज सिंह सरकार में ऊंचे तक पहुंच है और इसी ठाकुरवाद के चलते चिराग की हत्या के मामले में पुलिस ढुलमुल रवैया अख्तियार किए हुए है। उन्होंने सवाल खड़ा किया कि जिस दिन चिराग शिवहरे के शव के अवशेष बरामद हुए थे, उसी दिन 10 जुलाई को ग्वालियर में छात्रा अक्षया यादव की गोली मारकर हत्या की वारदात हुई थी, जो पूर्व डीजीपी सुरेंद्र यादव की नातिनी थी। पुलिस ने अक्षया की हत्या के आरोपी सुमित राघव के घर को बुलडोजर चलाकर ढहा दिया है लेकिन चिराग की हत्या के आरोपी अंश जादौन और दृष्टि ग्रोवर के खिलाफ ऐसी बुलडोजर की कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। परिजनों का यह भी आरोप है कि चिराग की हत्या में उसके अन्य दोस्त भी शामिल हो सकते हैं जो सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहे हैं। लेकिन पुलिस ने इन छात्रो से भी कोई पूछताछ अब तक नहीं की है।
इस बीच देशभर से शिवहरे समेत कलचुरी कलार समाज ने दुखी परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए चिराग शिवहरे को न्याय दिलाने की मुहीम सोशल मीडिया पर छेड़ रखी है। समाजबंधुओं ने शिवहरेवाणी से हत्या के आरोपियों को फांसी नहीं होने तक ‘न्याय की जंग’ साथ लड़ने का संकल्प जताया है। वहीं, परिजनों का कहना है कि यदि दो दिन तक दृष्टि ग्रोवर की गिरफ्तारी नहीं की जाती है तो वे डबरा में बाजार बंद कराएंगे।
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चिराग शिवहरे के हत्यारों के घर पर क्यों नहीं चल रहा ‘मामा का बुलडोजर’! शासन-प्रशासन पर ‘ठाकुरवाद’ का आरोप; दृष्टि ग्रोवर अब तक पुलिस से दूर
- by admin
- July 15, 2023
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