लखनऊ/गोरखपुर।
ग्वालियर की बेटी और गोरखपुर की बहू श्रीमती चारू चौधरी (जायसवाल) को उत्तर प्रदेश महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया है। वह आयोग की निवर्तमान उपाध्यक्ष एवं भाजपा नेत्री श्रीमती अंजू चौधरी की पुत्रवधु हैं। शिक्षाविद, अधिवक्ता एवं समाजसेविका श्रीमती चारू चौधरी ने अपने पति और सास के साथ बीते रोज लखनऊ में महिला आयोग के दफ्तर में जाकर विधिवत पदभार ग्रहण कर लिया। शिवहरेवाणी से बातचीत में श्रीमती चारू चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आशीर्वाद से जो नई जिम्मेदारी मिली है, पूरी निष्ठा के साथ उसका निर्वहन करेंगी। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा और महिला सशक्तीकरण के विषय उनकी प्राथमिकता सूची में सबसे ऊपर रहेंगे। साथ ही भरोसा जताया कि नई जिम्मेदारियों के निर्वहन में सासु मां के अनुभव उनका मार्गदर्शन करेंगे। गोरखपुर में हिन्दी बाजार स्थित घर ‘चौधरी निवास’ पर श्रीमती चारू चौधरी को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। मोबाइल पर शुभकामनाओं के संदश थम नहीं रहे हैं। कलचुरी समाज ने भी उनकी नियुक्ति पर हर्ष व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया है।
ग्वालियर में पाटंकर बाजार निवासी श्री प्रेम नारायण गुप्ता (पुत्र स्व. श्री रामदयाल गुप्ता) की पुत्री श्रीमती चारू चौधरी की शिक्षा ग्वालियर में ही हुई है। चारू चौधरी ने ग्वालियर की जीवाजी यूनीवर्सिटी भूगोल और अंग्रेजी विषयों में स्नातक किया है, जिसके बाद एलएलबी की पढ़ाई कर ग्वालियर स्थित हाईकोर्ट बैंच में वकालत भी कई। चारू चौधरी एक कुशल तैराक भी हैं, तैराकी में तीन बार मध्य प्रदेश की स्टेट चैंपियन रह चुकी हैं। नेशनल स्पर्धा में वह चौथे स्थान पर रही थीं। संगीत में विशेष रुचि के चलते श्रीमती चारू चौधरी ने सितार वादन में चार साल का डिग्री कोर्स भी किया है। विवाह के पश्चात चारू चौधरी गोरखपुर आ गईं।
श्रीमती चारू चौधरी के पति श्री अरविंद विक्रम चौधरी भी गोरखपुर की एक जानी-मानी शख्सियत हैं। प्रतिष्ठित अधिवक्ता होने के साथ ही एक शिक्षाविद, पर्यावरणविद और समाजसेवी के रूप में भी शहर में उनकी खास पहचान है। वहीं उनकी सासु मां श्रीमती अंजु चौधरी भाजपा की प्रमुख नेत्री हैं, और गोरखपुर की महापौर भी रह चुकी हैं। पिछले महिला आयोग में वह उपाध्यक्ष पद पर रही थीं। वहीं ससुर श्री प्रमोद कुमार चौधरी भी गोरखपुर के प्रतिष्ठित शिक्षाविद औऱ समाजसेवी हैं, वह आर्यन एजुकेशनल ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं। श्रीमती चारू चौधरी के दो पुत्र हैं, बड़ा पुत्र डा. अहिलब विराज चौधरी चिकित्सक हैं, जबकि छोटा पुत्र अनन्य विराज चौधरी अभी पढ़ाई कर रहा है।
श्रीमती चारू चौधरी अखिल भारतीय वैश्य फेडरेशन गोरखपुर की अध्यक्ष हैं, पूर्व में महिला सर्वोदय मंडल गोरखपुर की भी अध्यक्ष रही हैं। वह कृष्णा कुमारी चौधरी मैमोरियल एजुकेशनल ट्रस्ट की सह सचिव हैं। इसके अलावा भी वह कई सामाजिक संगठनों से जुड़ी हुई हैं।
शिवहरेवाणी से बातचीत में उन्होंने बताया कि उनकी सासु मां ने महिला आयोग की उपाध्यक्ष रहते हुए 68 जिलों का भ्रमण कर महिलाओं के जमीनी मुद्दों और समस्याओं को जाना था। उनकी कोशिश रहेगी कि प्रदेश के सभी 75 जिलों में जाकर महिलाओं से मिलें और उनकी समस्याओं के निराकरण के व्यवहारिक उपाय करें। उन्होंने कहा कि महिलाओं को लेकर यूपी में कानून व्यवस्था की हालत अन्य राज्यों के मुकाबले बेहतर हैं, उनका पूरा जोर महिलाओं में आत्मबल बढ़ाने पर रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने महिलाओं के स्वाबलंबन और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई कारगर योजनाएं चला रखी हैं, उनकी कोशिश रहेगी कि अधिक महिलाओं से संपर्क कर उन्हें तक इन योजनाओं की जानकारी दें और इनका लाभ पहुंचाएं।
आपको बता दें कि इस बार आगरा की श्रीमती बबीता चौहान को उत्तर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, जबकि दो उपाध्यक्षों में से दूसरी उपाध्यक्ष लखनऊ की श्रीमती अपर्णा यादव हैं जो पूर्व मुख्यमंत्री स्व. श्री मुलायम सिंह यादव की छोटी पुत्रवधु हैं।
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