November 21, 2024
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
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सेहत को गंभीर खतरे में डाल सकते हैं वेट-लॉस का दावा करने वाले डायट्री शेक्स और सप्लीमेंट्स! बढ़ता जा रहा है ऐसी कंपनियों का जाल (एपीसोड-1)

आगरा।
जंक-फूड खाने और एक्सरसाइज न करने की आदत के चलते दुनिया में मोटापा एक नई आपदा का रूप लेता जा रहा है। लोग इससे छुटकारा पाने के लिए परेशान हैं, लेकिन चाहते हैं इसका कोई शॉर्टकट मिल जाए। जबकि ऐसे शॉर्टकट जिंदगी पर भारी पड़ सकते हैं। यदि आप सही तरीके से मोटापा कम करना चाहते हैं और फिलहाल एक्सरसाइज करने के बजाय मोटापा कम करने का दावा करने वाली किसी कपंनी के तथाकथित हर्बल प्रोडक्ट (डायट्री सप्लीमेंट, शेक, पाउडर या मल्टी-विटामिन) ले रहे हैं तो इस आलेख को पढ़कर आपकी आंखे खुल जाएंगी।
इन दिनों मार्केट में कई ऐसी कंपनियां हैं जो मोटापा कम करने के दावे के साथ कुछ पाउडर, शेक, मल्टी विटामिन्स बनाकर बेच रही हैं। इनकी मार्केटिंग का स्ट्रांग प्वाइंट यह होता कि वे अपने नाम में ही हर्बल शब्द जोड़ देती हैं। इससे लोगों को लगता है कि ये हर्बल प्रोडक्ट हैं, फायदा नहीं करेंगे तो कोई नुकसान भी नहीं होगा। लेकिन सच यह है कि इन प्रोडक्ट के गंभीर इफेक्ट हो सकते हैं। बल्कि आज स्थिति यह है कि इनकी वजह से कई लोग लीवर की गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, और कई लोग अपनी जान तक गंवा चुके हैं, कइयों को लीवर ट्रांसप्लांट कराना पड़ गया। भारत, स्पेन, इस्राइल, आइसलैंड, अर्जेंटीना और अमेरिका तक से ऐसे तमाम केस सामने आ चुके हैं।

ऐसी ही एक कंपनी है जिसके नाम में हर्बल जुड़ा है और आगरा में इन दिनों जगह-जगह इसके सेंटर बन गए हैं जिनका एक इंचार्ज होता है जो सुबह-सुबह कस्टमर्स को अपने सामने शेक पिलाता है, दिनभर की डाइट के बारे में पूछता है और फिर वहीं एक ऑनलाइन सेशन कराया जाता है जिसमें दिल्ली से कोई अपने को डाक्टर बताने वाले सज्जन इनकी काउंसलिंग करते हैं जिसमें उनका पूरा जोर उनके द्वारा दिनभर के लिए बताई गई स्ट्रिक्ट डाइट को फालो करना और कंपनी के शेक्स व सप्लीमेंट्स को नियमित लेने पर रहता है। इनके प्रभाव में कस्टमर्स दोपहर व शाम को केवल थोड़ा सा सलाद (खीरा-मूली आदि) और एक रोटी (या दो) का सेवन करते हैं, सुबह-दोपहर और शाम को उन्हें केवल कंपनी के प्रोडक्ट ही लेते होते हैं।

इससे कस्टमर्स का वजन तो कम होने लगता है लेकिन सोचने वाली बात यह है कि यह वास्तव में होता कैसे है, इनके शेक्स व सप्लीमेट्स से? जी नहीं…, यह होता है स्ट्रिक्ट डाइट से। इन सेंटर्स पर जिस तरह की डाइट (दिनभर मे एक-दो रोटी और थोड़ा सा सलाद) फालो कराई जाती है, उससे तो किसी का भी वजन कम हो सकता है। कोई भी व्यक्ति इस तरह की डाइट अपने घर पर ही लेने लगे तो उसका भी वेट लॉस होने लगेगा। अब सवाल है कि वजन कम करने में कंपनी के महंगे शेक्स, पाउडर और सप्लीमेंट्स कितने कारगर होते हैं? तो इसका जवाब है-बहुत मामूली…ना के बराबर। दुनिया के कई बड़े जाने-माने वैज्ञानिक इन पर साइंटिक रिसर्च कर चुके हैं जिनके निष्कर्ष साबित करते हैं कि इस तरह के प्रोडक्ट का इस्तेमाल करना केवल अपना पैसा व्यर्थ करना और सेहत खतरे में डालना है। इस आलेख की अगली कड़ियों में उन रिसर्च स्टडी के बारे मे बताएंगे। आगे की कड़ियों में इन कंपनियों के प्रोडक्ट की सच्चाई बताएंगे, और बताएंगे कि वेट-लॉस इंडस्ट्री किस तरह लोगों को धोखे में रखकर भारी-भरकम कमाई कर रही है। और बताएंगे वजन घटाने के सही, साइंटिफिक, आसान और हैल्दी तरीके, मिलवाएंगे ऐसे कामयाब लोगों से।
हमसे जुड़े रहिये….पढ़ते रहिये शिवहरेवाणी।
क्रमशः
(विशेषज्ञों के मत, इंटरनेट पर उपलब्ध प्रमाणिक सामग्री व स्टडी पर आधारित)

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