आगरा।
आगरा में शिवहरे समाज की प्रमुख धरोहर मंदिर श्री दाऊजी महाराज में गुरुवार 8 दिसंबर को ‘दाऊजी की पूर्णिमा’ का पर्व पारंपरिक भव्यता के साथ मनाया गया। फूलबंगले में शीतकालीन सतरंगी पोशाक में सजे दाऊजी महाराज के भव्य दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं का सुबह से ही तांता लगा रहा। श्रद्धालुओं ने ब्रजराज के सम्मुख उनका पसंदीदा मक्खन-मिस्री का भोग प्रस्तुत किया।
ब्रजराज दाऊजी महाराज ने भी अपने दरबार में आने वाले अपने श्रद्धालुओं के लिए खासे इंतजाम किए थे। मंदिर के मुख्य द्वार पर शहनाई और ताशों की राजसी धुन से श्रद्धालुओं का स्वागत किया गया। ब्रजराज श्री दाऊजी महाराज के साथ ही मंदिर में प्रतिष्ठापित सभी देवी-देवताओं ने विशेष श्रृंगार और पोशाक धारण की। ब्रजराज के दरबान जय और विजय विशेष श्रृंगार और वेषभूषा में द्वार पर तैनात थे। ब्रजराज ने भी श्रद्धालुओं को दर्शन देने के बाद मोहन-वाटी के प्रसाद से निहाल कर दिया।
आपको बता दें कि आगरा के शिवहरे समाज के लिए दाऊजी की पूर्णिया (दाऊजी की पूनोः का दिन इसलिए भी अधिक महत्वपूर्ण है कि दाऊजी महाराज सदरभट्टी स्थित समाज की प्रमुख धरोहर (दाऊजी मंदिर) के स्वामी है औऱ माना जाता है कि 131 वर्ष पूर्व दाऊजी की पूनो के पावन ही दिन ही दाऊजी मंदिर की स्थापना की गई थी। इसीलिए दाऊजी मंदिर में दाऊजी की पूर्णिमा का पर्व विशेष उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस विशेष अवसर के लिए मंदिर परिसर में ताजे फूलों से आकर्षक सजावट की गई। रामू पंडितजी ने मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री बिजनेश शिवहरे के अगवाई में समस्त पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी सदस्यों से पूजन कराया, जिसके बाद भव्य आरती की गई।
पूजन में मंदिर समिति के मुख्य संरक्षक भगवान स्वरूप शिवहरे, संरक्षक बृजमोहन शिवहहरे (मोहन प्रिंटिंग प्रेस), वरिष्ठ उपाध्यक्ष धर्मेंद्र राज शिवहरे, उपाध्यक्ष नवनीत गुप्ता, सचिव वीरेंद्र गुप्ता एडवोकेट, सह-कोषाध्यक्ष सुनील शिवहरे, कार्यकारिणी सदस्य मोतीलाल शिवहरे, धर्मेश शिवहरे, विजय शिवहरे समेत खासी संख्या में शिवहरे समाजबंधु शामिल हुए।
दाऊजी ने ओढ़ी गद्दल रजाई, अब सर्दी से बचकर रहना भाई
मंदिर के महंत पंडित राजकुमार शर्मा ने बताया कि आज रात को दाऊजी महाराज को विशेष रजाई गद्दल धारण कराई जाएगी। इसीलिए इसे गद्दल पूर्णिमा भी कहते हैं। दाऊजी महाराज गद्दल धारण कर भक्तों को सर्दी से बचाव का संदेश देते हैं।
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