भोपाल।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज बसंतकुंज स्थित सहस्रबाहु मंदिर परिसर में कलचुरी समाज के सामुदायिक भवन एवं छात्रावास का भूमि पूजन किया। इस दौरान कलचुरी स0माज ने कलार बोर्ड के गठऩ और सत्ता व सियासत में वाजिब हिस्सेदारी समेत एक दर्जन मांगें रखीं, जिन पर मुख्यमंत्री ने सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन देते हुए कलार बोर्ड के स्वरूप पर समाज के लोगों से चर्चा करने की जरूरत बताई। सम्मेलन में धीरेंद्र शास्त्री प्रकरण भी उठा, लेकिन मुख्यमंत्री पर इस पर कोई टिप्पणी नहीं की।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान रविवार (4 जून) को भोपाल में ई-8, बसंतकुंज, अरेरा कालोनी स्थित श्री सहस्रबाहु भगवान मंदिर परिसर में ‘श्री सहस्रबाहु कलचुरी महासभा’ द्वारा आयोजित भूमि पूजन समारोह एवं सामाजिक सम्मेलन को मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। मुख्यमंत्री के साथ विशेष अतिथि मालती राय (महापौर, भोपाल), सीहोर के विधायक श्री सुदेश राय, श्री सहस्रबाहु कलचुरी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दिलीप सूर्यवंशी (दिलीप बिल्डकॉन), राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष विंग कमांडर विनोद राय और कार्यक्रम संयोजक राजाराम शिवहरे समेत सभी अतिथियों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भूमि पूजन किया। भूमि पूजन के बाद सामाजिक सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने श्री सहस्रबाहु कलचुरी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दिलीप सूर्यवंशी को विशेष सम्मान से नवाजा गया। समाज के प्रतिनिधियों ने मंच से अपने संबोधन में समाज की विभिन्न मांगों को उठाया। संयोजक श्री राजाराम शिवहरे ने 12 सूत्री मांगों का एक ज्ञापन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को सौंपा। ज्ञापन में निम्न 12 मांगों को शामिल किया गयाः-
1. समाज के उत्थान के लिए कलचुरी बोर्ड का गठन किया जाए। (गौरतलब है कि गत दिनों मध्य प्रदेश सरकार ने कुछ समुदायों के बोर्ड के गठन की घोषणा की थी जिसके बाद से कलचुरी समाज के विभिन्न संगठनों की ओर से ऐसा ही एक कलार बोर्ड बनाने की मांग की निरंतर की जा रही है।)
2. श्री सहस्रबाहु भगवान मंदिर के विकास एवं सौंदर्यीकरण तथा सामुदायिक भवन एवं छात्रावास निर्माण के लिए 5 करोड़ रुपये की धनराशि का अनुदान मुख्यमंत्री स्वेच्छा अनुदान से स्वीकृत किया जाए।
3. सामुदायिक भवन के निर्माण में बाधक बन रहे छह जंगली पेड़ों को नियमानुसार काटे जाने की स्वीकृति मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के माध्यम से पर्यावरण वानकी मंडल भोपाल को दी जाए।
4. हैहयवंशी क्षत्रिय कलार समाज के आराध्य देव श्री राजराजेश्वर सहस्रबाहु भगवान की 101 फीट ऊंची दो मूर्तियां, एक उनकी जन्मस्थली महेश्वर में और एक मूर्ति भोपाल में स्थापित किए जाने की घोषणा की जाए।
5. हमारे आदिदेव श्री राजराजेश्वर सहस्रबाहु भगवान की जन्मस्थली महेश्वर का नाम श्री सहस्रबाहु धाम घोषित किया जाए।
6. मध्य प्रदेश के मंत्रीपरिषद में कलचुरी समाज से एक कैबिनेट मंत्री और एक राज्यमंत्री को स्थान दिया जाए।
7. प्रदेश के निगमों अथवा आयोगों में कम से कम अध्यक्ष और दो उपाध्यक्ष कलचुरी समाज से हों।
8. राजनीति में कलचुरी समाज को उसके आबादी के अनुपात में प्रतिनिधित्व दिया जाए। आगामी विधानसभा चुनाव में कम से कम 19 से 20 लोगों को टिकट दिया जाए।
9. श्री राजराजेश्वर सहस्रबाहु भगवान के जन्मदिवस कार्तिक शुक्ल सप्तमी को नियमित अवकाश घोषित किया जाए। वर्तमान में यह ऐच्छिक अवकाश घोषित है।
10. समाज के छात्रावास के लिए प्रत्येक जिला मुख्यालय पर 5000 वर्ग फीट भूखंड निःशुल्क आवंटित किए जाने के निर्देश संबंधित विभाग को दिए जाएं।
11. ओबीसी को लेकर मध्य प्रदेश और केंद्र सरकार की सूचियों में विसंगतियों के कारण समाज के बच्चों को शासन द्वारा पिछड़े वर्ग के लिए निर्धारित सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। मसलन इसकी एक वजह केंद्र की डिजिटल सूची में कलार जाति का उल्लेख नहीं होना भी है। मुख्यमंत्री इसमें सुधार के लिए मध्य प्रदेश शासन के सामान्य प्रशासन विभाग को आवश्यक निर्देश जारी करें।
12. हमारे आराध्य भगवान श्री सहस्रबाहु अर्जुन की जन्मस्थली महेश्वर को रेल लाइन से जोड़ने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जाए।
सामाजिक सम्मेलन में श्री सहस्रबाहु कलचुरी महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष विंग कमांडर विनोद राय ने अपने संबोधन में धीरेंद्र शास्त्री का मामला मुख्यमंत्री के समक्ष प्रभावशाली तरीके से उठाया। उन्होंने कहा कि हमारे आराध्य राजराजेश्वर श्री सहस्रबाहु अर्जुन भगवान के लिए अपशब्दों का प्रयोग कर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले धीरेंद्र शास्त्री का हम पुरजोर विरोध कर रहे हैं। या तो धीरेंद्र शास्त्री सार्वजनिक रूप से माफी मांग ले अथवा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। इस मामले का हम सम्मानजनक समाधान चाहते हैं और मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप से यह संभव हो सकता है। हालांकि शिवराज सिंह चौहान ने इस मांग पर मंच से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि सम्मेलन में कलचुरी समाज ने जो सुझाव और मांगें रखी हैं, शासन की ओर से उसके अनुरूप आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। शिक्षा और व्यवसाय के क्षेत्र में समाज के निर्धन वर्ग के विकास के लिए भी प्रयास किए जाएंगे। तमाम मांगों पर महासभा के पदाधिकारियों के साथ चर्चा कर आवश्यक निर्णय लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कलार बोर्ड के गठन का प्रस्ताव हम तय कर सकते हैं लेकिन इसका स्वरूप कैसा होगा, इस पर चर्चा करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कलचुरी समाज एक परिश्रमी समाज है, जिसका प्रदेश के विकास में अहम योगदान है। मेरे निर्माण में भी कलचुरी समाज का बड़ा योगदान है। समाज के उत्थान के लिए सरकार पूरा सहयोग करेगी। कार्यक्रम में पूर्व विधायक कोतमा दिलीप जायसवाल, डॉ. एल.एन. मालवीय, एलएनसीटी के डायरेक्टर अनुपम चौकसे, राजो मालवीय, विपिन चौकसे, अरविंद वर्मा, राजेश चौकसे सहित अनेक समाज बंधु उपस्थित रहे। समापन के पश्चात सभी ने सहभोज का आनंद लिया।
5000 वर्ग फीट में बनेगा छात्रावास व सामुदायिक भवन
प्रस्तावित सामुदायिक भवन एवं छात्रावास श्री सहस्रबाहु मंदिर परिसर में 5000 वर्ग फीट के क्षेत्र में बनाया जाएगा। संयोजक श्री राजाराम शिवहरे ने शिवहरेवाणी को बताया कि गत वर्ष भगवान सहस्रबाहु अर्जुन के जन्मोत्सव पर मुख्य अतिथि के रूप में पधारे म.प्र. राज्य पर्यटन विकास निगम के श्री विनोद गोटिया ने कलचुरी समाज की मांग पर सामुदायिक भवन एवं छात्रावास के निर्माण कराने की घोषणा की थी। इसके लिए पर्यटन विकास निगम ने 41.58 लाख रुपये स्वीकृत किए हैं। श्री राजाराम शिवहरे ने बताया कि निर्धारित 5000 वर्ग फीट में ग्राउंड फ्लोर पर सामुदायिक भवन का निर्माण किया जाएगा और पहली मंजिल पर 20 कमरों का छात्रावास बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि छात्रावास का सीधा लाभ उन निर्धन बच्चों को मिलेगा जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने अथवा उच्च शिक्षा के लिए भोपाल आते हैं। उन्होंने बताया कि पूरा निर्माण कार्य पर्यटन विकास निगम द्वारा कराया जाएगा जिसकी निगरानी श्री सहस्रबाहु कलचुरी महासभा करेगी।
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