by Som Sahu July 11, 2017 घटनाक्रम, शख्सियत 392
- गोवा में हुई मिसेज इंडिया कांटेस्ट में जीता मिसेज सुपर स्टार-2017 का खिताब
- इटावा की रेनू गुप्ता 2016 में जीत चुकी हैं रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार
- अब तक 30 हजार से अधिक बच्चों को दे चुकी हैं कराटे की ट्रेनिंग
- कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कराटे चैंपियनशिप्स में जीते हैं मैडल
शिवहरे वाणी नेटवर्क
इटावा।
आधी दुनिया के सशक्तीकरण के लिए कुछ समय पहले ‘ब्यूटी विद ब्रेन’ का कांसेप्ट प्रचलित हुआ। यानी शारीरिक सौंदर्य के साथ बौद्धिक क्षमता और दक्षता को भी नारी सौंदर्य का एक अहम हिस्सा माना जाने लगा। लेकिन अब जबकि महिलाएं आएदिन हिंसा का शिकार हो रही हैं, घर और बाहर असुरक्षित हैं और नारी सुरक्षा आज का सबसे ज्वलंत मुद्दा बन गया है, ऐसे में ‘ब्यूटी विद ब्रेवरी (बहादुरी)’ का कांसेप्ट चल निकला है यानी अपनी सुरक्षा खुद करने की क्षमता भी नारी में होनी चाहिए। कुल जमा यह कि जो महिला अपनी बौद्धिक क्षमताओं के साथ-साथ साहस और बहादुरी के गुणों से भी समृद्ध होगी, आज के दौर में उसे ही परफेक्ट ब्यूटी कहा जाएगा। और इन सब कसौटियों पर खरी उतरती हैं इटावा की रेनू गुप्ता…ए ‘ब्यूटी विद ब्रेन एंड ब्रेवरी’।
इटावा के चौकी शमशेरी में रहने वाली रेनू गुप्ता (शिवहरे) की पहली पहचान यूं तो कराटे की अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी और ट्रेनर के रूप में है, लेकिन इन दिनों एक अलग वजह से सुर्खियों में हैं। बीती 28 से 30 जून को गोवा में आयोजित मिसेज इंडिया सौंदर्य प्रतियोगिता में रेनू गुप्ता को मिसेज सुपर स्टार-2017 के खिताब से नवाजा गया है। मिसेज वर्ल्ड और मिसेज यूनीवर्स ने उन्हें यह ताज पहनाया। इस स्पर्धा के लिए उत्तर प्रदेश के केवल तीन महिलाओं का चयन हुआ था।
इससे पहले इसी साल 27-28 फरवरी को लखनऊ के हजरतगंज में आयोजित मिसेज यूपी कांटेस्ट में रेनू को मिसेज ब्यूटीफुल स्माइल का खिताब मिला था। इसी स्पर्धा से उनका चयन मिसेज इंडिया के लिए हुआ। 2012 में इटावा महोत्सव में हुई सौंदर्य स्पर्धा में रेनू गुप्ता ने मिसेज इटावा का ताज हासिल किया था।
श्री नगेंद्र गुप्ता एवं श्रीमती सुदेश गुप्ता की पुत्री रेनू के खाते में उपलब्धियों की कमी नहीं है। बीते साल मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार-2016 से सम्मानित किया था।
जापान के मोराकामी सेनपाई से सेंकेड डैन ब्लैक बेल्ट प्राप्त रेनू गुप्ता को यह पुरस्कार खेल वर्ग के लिए दिया गया। इटावा मे रेनू की लोकप्रियता और उनकी बहुमुखी प्रतिभा को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने उन्हें आइकन भी बनाया।
42 वर्षीय रेनू गुप्ता 1993 में जब बीए की छात्रा थी, उस दौरान एक दिन कुछ आवारा किस्म युवकों ने उनके साथ छेड़छाड़ कर दी थी। तब रेनू को लगा कि उन्हे आत्मरक्षा में सक्षम होना चाहिए। और, उन्होंने कराटे की ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी। तब सोचा भी नहीं था कि एक दिन कराटे उनकी पहचान बन जाएगा। वह अब तक 30 हजार बच्चों को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दे चुकी हैं।
मार्शल आर्ट की डिस्ट्रिक्ट चीफ ट्रेनर रेनू के सिखाए पांच बच्चे ब्लैक बेल्ट हो चुके हैं। रेनू वर्तमान में प्रतिदिन पचास से अधिक बच्चों को कराटे की ट्रेनिंग देती हैं। कई स्कूलों के संचालक उन्हें बुलाकर ट्रेनिंग कैंप आयोजित करवाते हैं। उन्होंने नेहरू युवा केंद्र, केके डिग्री कॉलेज, नारायण कॉलेज, कस्तूरबा गांधी, इस्लामिया गर्ल्स, ज्ञान स्थली सहित कई स्कूलों के बच्चों को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दी।
साथ ही गांवों के परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को भी मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दे चुकी हैं। इसके अलावा वह नारी निकेतन की लड़कियों को भी आत्मरक्षा के गुर सिखा रही हैं। रेनू गुप्ता ने कई वर्ष सैफई महोत्सव में कराटे प्रदर्शन किया। साथ ही गणतंत्र दिवस पर इटावा पुलिस लाइन में लगातार तीन वर्षों 2012-15 तक उनका कराटे प्रदर्शन आयोजन के आकर्षण का केंद्र रहा।
रेनू ने वर्ष 2015 में दुबई में हुई इंटरनेशनल कराटे चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मैडल हासिल किया। इसी वर्ष उन्होंने मलेशिया की राजधानी बैंकॉक में हुई बैंकॉक ओपन कराटे डू में भाग लिया। इससे पहले 2013 में पंजाब के अमृतसर में हुई इंडो-नेपाल-ईरान इंटरनेशनल कराटे डू में गोल्ड हासिल किया। इसके बाद 2014 में उन्होंने हरिय़ाणा के कुरुक्षेत्र में इंटरनेशनल कराटे चैंपियनशिप में गोल्ड मैडल हासिल किए। 2013 में ही उन्होने नई दिल्ली में इंटरनेशनल कराटे चैंपियनशिप में सिल्वर मैडल जीता।
Leave feedback about this