November 25, 2024
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
समाज

नई सोच…न्यूनतम साझा कार्यक्रम से चलेगी आइका…व्हाट्सएप वोटिंग से चुनी नई कार्यकारिणी.. कमलेश कुमार बने अध्यक्ष

शिवहरे वाणी नेटवर्क
नई दिल्ली।
सामाजिक सेवा के लिए आधुनिक सोच के साथ गठित "ऑल इंडिया कलवार कलाल कलार एसोसिएशन" यानी आईका  को नया नेतृत्व मिल गया है।  शुक्रवार 7 दिसंबर को व्हाट्सएप मैसेज के द्वारा अखिल भारतीय स्तर पर हुए चुनाव में दिल्ली के श्री कमलेश कुमार आइका के अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं। महासचिव पद पर श्री सुरेश प्रसाद को चुना गया है, वहीं कोषाध्यक्ष पद के लिए श्री राजेश कुमार गुप्ता निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। देशभर से पड़े वोटों के आधार पर ह्रदेश राय, अरुण कुमार भगत, सुनील कुमार परख और प्रेम कुमार को कार्यकारिणी सदस्य घोषित किया गया। परिणामों की घोषणा होते ही सोशल मीडिया पर नवनिर्वाचित पदाधिकारियों एवं कार्यकारिण सदस्यों को बधाई देने का सिलसिला चल निकला है। बता दें कि यह आइका की दूसरी कार्यकारिणी है।
नवनिर्वाचित अध्यक्ष श्री कमलेश कुमार ने शिवहरे वाणी को बताया कि वह नई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का निर्वहन पूरी निष्ठा, ईमानदारी व उत्साह से करेंगे और सभी को साथ लेकर आइका को आगे बढ़ाने के लिए कार्य करेंगे। यहां बता दें कि दिल्ली में रोहिणी निवासी श्री कमलेश कुमार की छवि विनम्र स्वभाव, मधुर वाणी और स्पष्ट विचारों वाले समाजसेवी की है। उनका कहना है कि चुनाव महज एक नंबर गेम है,  आइका के संचालन में चुनाव लड़ने वाले सभी प्रत्याशियों की निर्णायक भूमिका रहेगी।  कमलेशजी के मुताबिक, उनका इरादा एक साझा कार्यक्रम (कॉमन मिनिमम प्रोग्राम) तैयार करने का है जिसमें अध्यक्ष एवं महासचिव पद का चुनाव लड़ने वाले सभी पांच प्रत्याशियों के घोषणा-पत्रों के अहम बिंदुओं को समाहित किया जाएगा। उन्होंने इस संबंध में इन सभी से बातकर सहमति भी बना ली है। नवनिर्वाचित अध्यक्ष ने बताया कि वह अध्यक्ष और महासचिव पद का चुनाव लड़ने वाले सभी प्रत्याशियों के साथ ही नए कोषाध्यक्ष  और चारों नवनिर्वाचित कार्यकारिणी सदस्यों को मिलाकर एक  विशेष व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाएंगे, ताकि किसी भी मुद्दे पर वे आपस में चर्चा कर लोकप्रिय निर्णय ले सकें।  उन्होंने चुनाव प्रक्रिया के निष्पक्ष, पारदर्शी एवं स्वतंत्र संचालन के लिए सर्वश्री गोविंदजी, प्रेमजी और श्रीमती मधुलिका शिवहरे का आभार व्यक्त किया है। 
बता दें कि काफी समय से आइका के इस चुनाव की तैयारियां चल रही थीं। संभवतः पहली बार कलचुरी समाज के  किसी संगठन में व्हाट्सएप मैसेज के माध्यम से चुनाव हुआ है। मतदान की प्रक्रिया सुबह 10 बजे से प्रारंभ हुई जो दोपहर एक बजे तक चली। इस दौरान देश के सुदूर इलाकों से संगठन के सदस्यों ने मतदान किया। हालांकि 7000 से अधिक सदस्यों वाले आइका के करीब 250 स्थायी सदस्य ही मतदान के लिए अर्ह पाये गए थे। मतदान के बाद अपराह्न 2 बजे से मतगणना प्रारंभ हुई और तीन बजे परिणाम घोषित कर दिया गया। इस पूरी प्रक्रिया का संचालन दिल्ली के सफदरजंग एक्सटेंशन में हुमायुंपुर स्थित आइका मुख्यालय से संपन्न हुआ।
प्राप्त परिणामों के अनुसार अध्यक्ष पद के लिए कुल 192 मत, महासचिव के लिए  188 मत तथा कार्यकारिणी सदस्यों के चार स्थानों हेतु कुल 743 मत प्राप्त हुए। सर्वाधिक मत प्राप्त करने वाले निम्न प्रत्याशियों को विजयी घोषित किया गया।

नवनिर्वाचित कार्यकारिणी
अध्यक्ष- श्री कमलेश कुमार (दिल्ली)
महासचिव- श्री सुरेश प्रसाद (रांची)
कोषाध्यक्ष- श्री राजेश कुमार गुप्ता
 कार्यकारिणी सदस्य
1- श्री हृदेश राय (झांसी)
2- श्री अरुण कुमार भगत  (दिल्ली)
3- श्री सुनील कुमार परख (बलिया)
4- श्री प्रेम कुमार (कटिहार)

किसको कितने वोट
अध्यक्ष 
1- श्री कमलेश कुमार (दिल्ली)- प्राप्त मत:- 124
2-श्री सन्तोष कुमार साह (तिनसुकिया) – प्राप्त मत:- 32
3- श्री भरत प्रसाद गुप्ता- प्राप्त मत:- 36
महासचिव
1- श्री सुरेश प्रसाद (रांची)- प्राप्त मत:- 113
2- श्री किशोर कुमार भगत- प्राप्त मत:- 75
कोषाध्यक्ष
श्री राजेश कुमार गुप्ता (निर्विरोध निर्वाचन) 
सदस्य
1- श्री हृदेश राय- प्राप्त मत:- 187
2- श्री अरुण कुमार ()- प्राप्त मत:- 177
3- श्री प्रेम कुमार भगत () – प्राप्त मत:- 142
4- श्री सुनील कुमार परख ()- प्राप्त मत:- 159
5- श्री मानव कुमार भगत () – प्राप्त मत:- 7

आईका का उद्देश्य 
1- समाज के चारित्रिक , मानसिक ,बौद्धिक , विकास कार्य करना तदानुरूप आदर्श समाज के निर्माण हेतु मानव सेवा के लिए कार्य करना 
2- प्रेम बंधुता एवं भाईचारा की भावना जागृत करना 
3- समाज के शिक्षा एवं आदर्श विवाह हेतु प्रयास करना 
4- समाज के कम आयु की बिधवा एवं परित्यक्ता युवतियों को पुनः विवाह के लिए प्रोत्साहित करना
5- समाज को एकता के सुत्र में पिरोने और गौरवशाली इतिहास से सीख लेते हुए प्रगति के पथ पर अग्रसर होने का संकल्प लेना 
6- गौरवमयी इतिहास और संस्कारों को याद रखने के लिए प्रेरित करना
7-आज के बच्चों में पाश्चात्य संस्कृति भरने के बजाय उनमे विरासत में मिली सामाजिक एकता को बरकरार रखने का जज्बा भरना 

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