November 23, 2024
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
समाचार

नैना जायसवाल बनीं बुलेट गर्ल…दबंग दिल्ली की ओर से अल्टीमेट लीग में दिखाएंगी टेनिस के हुनर

शिवहरे वाणी नेटवर्क
हैदराबाद। 
बहुमुखी प्रतिभा की धनी 19 वर्षीय इंटरनेशनल टेबल टेनिस प्लेयर नैना जायसवाल इस साल 25 जुलाई से होने जा रही अल्टीमेट टेबल टेनिस लीग सीजन-3 में 'दबंग दिल्ली' टीम का प्रतिनिधित्व करेंगी। इस लीग को टेबल टेनिस में वही मान्यता हासिल है जो क्रिकेट में आईपीएल को है। यूथ कैटेगिरी (अंडर-21) में 5वीं रैंकिंग की टीटी प्लेयर नैना जायसवाल इस लीग में खेलने वाली तेलंगना की एकमात्र महिला खिलाड़ी हैं। उनकी इस उपलब्धि के लिए तेलंगना की घोषमहल सीट से विधायक राजा सिंह ने उन्हें चमचमाती हुई रॉयल एनफील्ड बुलेट बाइक पुरस्कार में दी है।
हैदराबाद के श्री अश्विनी जायसवाल और श्रीमती भाग्यलक्ष्मी जायसवाल की प्रतिभाशाली पुत्री नैना जायसवाल केवल खेल ही नहीं, बल्कि संगीत और शिक्षा के क्षेत्र में भी अपनी उपलब्धियों से चौंका चुकी है। साथ ही वह एक शानदार मोटीवेशनल स्पीकर भी हैं। महज 19 साल की उम्र में नैना ने पॉलिटिकल साइंस से पोस्टग्रेजुएट कर लिया है और अब 'महिला सशक्तीकरण में सूक्ष्म वित्तपोषण की भूमिका' टॉपिक पर पीएचडी कर रही हैं। 
नैना जायसवाल का कहना है कि वह अल्टीमेट टीटी लीग जैसी हाई प्रोफाइल लीग में खेलने का अवसर मिलने का इंतजार काफी समय से कर रही थीं, और अब दबंग दिल्ली का हिस्सा बनने से उत्साहित हुई। दरअसल नैना मानती हैं कि दबंग दिल्ली का अनुभव उन्हें अपने बड़े सपने पूरे करने की प्रेरणा देगा और उन्हें लगता है किवह 2024 के ओलंपिक गेम्स में खेलने के अपने सपने की ओर बढ़ रही हैं। नैना ने बताया कि दबंग दिल्ली में उन्हें जी. साथियान, बर्नाडेंट जॉनस, जॉन पैरसन और दो कोच सचिन शेट्टी (इंडिया) और वेनसा एज्स्ट्रेस्क (स्लोवेनिया) के साथ ट्रेनिंग सेशन शेयर करने का अवसर मिलेगा और उसके बाद वह बेहतर खिलाड़ी के रूप में सामने आएंगी। नैना जायसवाल कहती हैं कि मैं दो सपनों का पीछा कर रही हूं, एक ओलंपिक में मैडल जीतना और दूसरा आईएएस अधिकारी बनना। बता दें कि नैना का छोटा भाई अगस्त्य जायसवाल भी बहुमुखी प्रतिभा का धनी है। बहुत कम उम्र में उसे गूगल ब्वॉय के रूप में ख्याति मिल चुकी है और महज 11 साल में बीए मास कम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म (जनसंचार एवं पत्रकारिता) पाक करने का रिकार्ड उसके नाम है। 
पिता अश्विनी जायसवाल को अपने दोनों बच्चों की उपलब्धियों पर गर्व है। बच्चों की सफलता का रहस्य बताते हुए वह कहते हैं कि उन्होने कभी अपने बच्चों को स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं करने दिया जिसकी बच्चे दोनों बच्चे अपनी पढ़ाई पर फोकस कर पाए। 
 

Leave feedback about this

  • Quality
  • Price
  • Service

PROS

+
Add Field

CONS

+
Add Field
Choose Image
Choose Video