आगरा।
समाज में समरस्ता बनाए रखना, अपने परिवेश की रक्षा करना और जीवन में मनोविनोद ही होली का मूल मकसद है। आज होली पर सदभाव के रंग जमकर बरसे। लेकिन, गले मिले बिना सामाजिकता का यह पर्व अधूरा है। कल यानी 19 मार्च को दौज के दिन लोहामंडी स्थित राधाकृष्ण मंदिर में आयोजित होली मिलन समारोह में शिवहरे समाजबंधु आपस में गले मिलकर होली के उद्देश्य को पूर्णता प्रदान करेंगे।
बता दें कि कोरोना के चलते बीते दो वर्षों से होली मिलन समारोह का आयोजन नहीं किया जा सका है। बीते वर्ष राधाकृष्ण मंदिर में रस्मी तौर पर बहुत सूक्ष्म रूप में यह आयोजन किया था। इस बार कोरोना से काफी राहत है तो कोशिश है कि होली मिलन को इस बार परंपरागत रूप दिया जाए। दाऊजी मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री बिजनेश शिवहरे एवं राधाकृष्ण मंदिर के अध्यक्ष श्री अऱविंद शिवहरे और उनकी कार्यकारिणियों ने समाजबंधुओं से होली मिलन समारोह में पधारने का अनुरोध किया है, जहां चंदन का तिलक मस्तिष्क को और स्वादिष्ट ठंडाई मन को पवित्र शीतलता प्रदान करेगी। होली मिलन 19 मार्च को सायं चार बजे से शुरू होगा जो सायं 6.30 बजे तक चलेगा।
राधाकृष्ण मंदिर के महासचिव श्री मुकुंद शिवहरे ने बताया कि इस बार होली मिलन समारोह में दो पहल की गई है। एक तो संभवतः पहली बार होली मिलन में दो माताओं को वयोवृद्ध सम्मान प्रदान किया जा रहा है। इससे पहले अब तक एक वयोवृद्ध पुरुष औऱ एक वयोवृद्ध महिला को ही सम्मानित किया जाता था। जिन दो महिलाओं का सम्मान होना है कि उनमें 87 वर्षीया श्रीमती बिशन देवी पत्नी स्व. श्री दाऊदयाल गुप्ता और दूसरी श्रीमती सुशीला गुप्ता पत्नी श्री सुरेंद्र कुमार गुप्ता का नाम शामिल है। महत्वपूर्ण बात यह है कि बीते लगभग पांच दशकों से समाज को अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे दाऊजी मंदिर के महंत श्री महेश पंडितजी को इस अवसर पर विशेष सम्मान से नवाजा जाएगा। श्री मुकुंद शिवहरे ने बताया कि होली मिलन में समारोह में व्यक्ति यदि मंचीय प्रस्तुति, कोई गाना, नृत्य अथवा जोक, तो तो वह पहले से जानकारी दे सकता है।
Leave feedback about this