November 1, 2024
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
समाचार

आगराः सहकारी संघ के चुनाव में इस बार भी सिकंदरा के शिवहरे परिवार का रहेगा दबदबा; महेशचंद्र शिवहरे के निर्वाचन से पहली सफलता

आगरा।
जिला सहकारी समितियों के चुनाव में इस बार भी सिकंदरा के शिवहरे परिवार का दबदबा बने रहने की प्रबल संभावना है। परिवार को पहली सफलता बीते रोज सिकंदरा क्षेत्रीय सहकारी समिति के चुनाव में मिली जिसमें श्री महेशचंद्र शिवहरे (पुत्र स्व. श्री रामदयाल शिवहरे) को निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया है। सहकारी संघ के चुनावों में सिकंदरा परिवार को कई और अच्छी खबरें मिलने वाली हैं।
बता दें कि श्री महेशचंद्र शिवहरे इससे पहले सिकंदरा क्षेत्रीय सहकारी समिति के उपाध्यक्ष थे जबकि उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कुसुम शिवहरे इस समिति की अध्यक्ष थीं। खास बात यह है कि इस बार के चुनाव में वरिष्ठ भाजपा नेता श्री केके शिवहरे बहुत अहम भूमिका में हैं, पार्टी ने उन्हें चुनाव का जिला संयोजक बनाया है। श्री केके शिवहरे की धर्मपत्नी श्रीमती सुनीता शिवहरे वर्तमान में जिला सहकारी क्रय-विक्रय समिति की अध्यक्ष हैँ। 
आगामी 29 मार्च को होने वाले चुनाव में सिकंदरा क्षेत्रीय सहकारी संघ के अध्यक्ष पद के लिए श्री केके शिवहरे की पुत्रवधु श्रीमती खुश्बू शिवहरे (पत्नी श्री अंशुल शिवहरे) का भी निर्विरोध निर्वाचन तय माना है। इसके अलावा जिला सहकारी क्रय-विक्रय समिति आगरा के लिए इस परिवार के पांच नाम पैनल में गए हैं इनमें स्वयं श्री केके शिवहरे के साथ उनकी धर्मपत्नी और वर्तमान अध्यक्ष श्रीमती सुनीता शिवहरे, उनके भाई श्री भूपेंद्र शिवहरे, पुत्र श्री हिमांशु शिवहरे औऱ कजिन श्री रवि शिवहरे (पुत्र स्व. श्री सुरेशचंद्र शिवहरे) शामिल हैं। अध्यक्ष पद के लिए श्री केके शिवहरे स्वयं चुनाव लड़ने जा रहे हैं, और उनकी निर्विरोध जीत लगभग तय मानी जा रही है। इसके अलावा केंद्रीय उपभोक्ता भंडार के लिए श्री अनिल शिवहरे (पुत्र स्व. श्री रामदयाल शिवहरे) और श्री भूपेंद्र शिवहरे चुनाव लड़ेंगे, और इनकी जीत भी पक्की मानी जा रही है।
कुल मिलाकर सहकारी समितियों के साथ स्व. श्री जौहरीलाल शिवहरे से शुरू हुआ परिवार का जुड़ाव आज 70 वर्ष बाद भी उसी प्रभाव के साथ कायम है। कांग्रेस के प्रतिष्ठित नेता रहे स्व. श्री जौहरीलाल शिवहरे लगातार 27 वर्षों तक सिकंदरा क्षेत्रीय सहकारी समिति के अध्यक्ष रहे और उसके बाद 3 वर्ष केंद्रीय उपभोक्ता भंडार के अध्यक्ष भी रहे थे। उनके बाद उनके पुत्र श्री केके शिवहरे ने यह कमान संभाली। श्री केके शिवहरे 1990 से लेकर 2009 तक सिकंदरा क्षेत्रीय सहकारी समिति के अध्यक्ष रहे। इसके बाद जिला सहकारी संघ के उपाध्यक्ष, फिर अध्यक्ष भी निर्वाचित हुए थे। 
फिलहाल श्री केके शिवहरे इस बार भाजपा को पूरी ताकत से सहकारिता के चुनाव लड़ा रहे हैं, जिसका रंग बीते रोज क्षेत्रीय सहकारी समितियों के चुनाव में देखने को मिला जहां भाजपा प्रत्याशियों की बड़ी संख्या में जीत हुई है।
 

 

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