नीमच।
जायसवाल समाज की समृद्ध विरासत के शहर नीमच में कलचुरी कलार समाज के आराध्य भगवान श्री सहस्त्रबाहु अर्जुन की प्रतिमा की स्थापना की गई। यह मूर्ति जायसवाल समाज की ऐतिहासिक 12 बीघा जमीन में नवनिर्मित भगवान सहस्त्रबाहु मंदिर में स्थापित की गई है जिसकी प्राण-प्रतिष्ठा बीते 13 नवंबर को पूर्ण विधि-विधान से की गई। अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अशोक जायसवाल के मुख्य आतिथ्य में हुए इस प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में समाज की विशाल भूमि में एक धर्मशालानुमा संरचना तैयार करने की घोषणा भी की गई जिसमें फिलहाल एक सत्संग भवन और पांच कमरे बनाए जाएंगे।
आपको बता दे कि मध्य प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में मालवा क्षेत्र का एक प्रमुख शहर है जो ब्रिटिश छावनी का बड़ा केंद्र हुआ करता था। लेकिन, आपके लिए यह जानना रोचक होगा कि नीमच पूरे देश में एकमात्र शहर है जहां 12 बीघा के विशाल भूखंड पर जायसवाल समाज का एक श्मशानघाट बना हुआ है जिसमें सैकड़ों वर्ष पुरानी बुजुर्गों की छतरियां हैं। इस जानकारी को हम शिवहरेवाणी के अगले आलेख में साझा करने वाले हैं, फिलहाल अभी बात करेंगे भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन की प्रतिमा की स्थापना और प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की। प्राण-प्रतिष्ठा के लिए तीन दिन सैकड़ों समाजबंधुओं की उपस्थिति में पूजा, हवन-यज्ञ पूर्ण धार्मिक विधि-विधान से चले। अंतिम दिन 13 मार्च को हुए मुख्य समारोह में अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अशोक शिवहरे (इंदौर) मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि कलचुरी कलार समाज की अदभुत धरोहर के शहर नीमच में जिस भावना के साथ भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन की सुंदर प्रतिमा की स्थापना नवनिर्मित मंदिर में की गई है, वह न केवल सराहनीय है बल्कि अन्य शहरों में रह रहे स्वजातीय बंधुओं के लिए अनुकरणीय भी है। समारोह में समाज के विशाल भूखंड पर एक सत्संग हाल और पांच कमरे बनाने की घोषणा भी की गई। कहा गया कि जल्द ही इस प्रोजेक्ट का नक्शा तैयार कराया जाएगा, और इसमें होने वाले खर्च का अनुमानित ब्यौरा तैयार कर इसे कार्यसमिति के सम्मुख स्वीकृति के लिए प्रस्तुत किया जाएगा। उसी के आधार पर आगे की कार्यवाही तय की जाएगी। श्री अशोक शिवहरे ने इस पुनीत कार्य में अपनी ओर से पूर्ण सहयोग और योगदान की पेशकश की। समारोह में मध्य प्रदेश जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा के महासचिव सूरज जायसवाल, इंजीनियर सुरेश जायसवाल और हरि जायसवाल (सांवेर) विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद रहे।
विवेचनाः शास्त्रीय तौर पर सटीक प्रतिमा
अखिल भारतीय जायसवाल (सर्ववर्गीय) महासभा के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष और भगवान श्री सहस्रार्जुन जन्मोत्सव जागरूकता अभियान के संयोजक पवन नयन जायसवाल ने कहा है कि भगवान श्री सहस्रार्जुन का मंदिर बनाने और प्रतिमा स्थापित करनेवाला नीमच का जायसवाल समाज और मूर्तिकार विशेष अभिनंदन के पात्र है जो उन्होंने भगवान श्री सहस्त्रबाहु अर्जुन की प्रतिमा में वह गलती नहीं होने दी, जो बहुत सी अन्य प्रतिमाओं में दिखाई देती है। नीमच में स्थापित भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन की प्रतिमा में शास्त्रीय आधार पर दाहिने हाथ में तीर और बाएं हाथ में कमान को दर्शाया गया है और इसी तरह तीर रखने का पात्र है जिसे चोंगा, भाता और तरकश भी दाहिने कंधे पर दर्शाया गया है जो कि सही है। इस विषय पर विस्तृत प्रकाश डालनेवाला पवन नयन जायसवाल का लिखा एक लेख शिवहरे वाणी में पहले ही प्रकाशित हो चुका है जिसकी लिंक नीचे दी गई है। पाठक इसे जरूर पढ़ें…
https://www.shivharevaani.com/post/authentic-picture-and-statue-of-lord-sri-sahastrarjun-mistakes-we-often-make
नीमच के जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता कमलेश कुमार जायसवाल ने बताया कि समारोह में प्रतिष्ठित स्थानीय समाजबंधुओं कांग्रेस नेता रमेश जायसवाल, देवेंद्र जायसवाल (कोलोनाइजर), श्रीकांत जायसवाल, वीरेंद्र जायसवाल, दीपक जायसवाल (ग्रीन फोटोज), राजेश जायसवाल (आटो पार्ट्स व्यवसायी), अजय सिंह, तरुण, विनोद, शैलेंद्र समेत आयोजन समिति के सभी सदस्यों के साथ ही महिला मंडल की सदस्यों ने भागीदारी की। भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष मीना जायवाल, पार्षद सभापति श्रीमती छाया समेत बड़ी संख्या में महिला मंडल की सदस्यों ने भी सक्रिय भागीदारी की।
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