आगरा।
आगरा-फिरोजाबाद स्थानीय प्राधिकार विधान परिषद सीट से विजय शिवहरे जीत पर उनके समर्थकों के साथ ही शिवहरे समाज ने भी हर्ष और उल्लास का प्रदर्शन किया। विजय शिवहरे का जगह-जगह स्वागत किया गया। आलम यह था कि मंडी समिति से घर लौटने में विजय शिवहरे को आठ घंटे से अधिक समय लग गया। देखने वाले तो यह भी कहते पाए गए कि ऐसा स्वागत तो मंत्रियों का भी नहीं होता है।
राजा की मंडी चौराहा पर साईं मंदिर के निकट शिवहरे समाज के लोगों ने विजय शिवहरे का स्वागत किया। हालांकि इस बात का मलाल उन्हे रहा कि पांच घंटे कड़ी धूप में इंतजार करने के बाद विजय शिवहरे के स्वागत के लिए उन्हें केवल दो मिनट ही मिले, और इसमें भी धक्का-मुक्की की स्थिति के चलते सारे इंतजाम धरे के धरे रह गए। इससे पूर्व वरिष्ठ भाजपा नेता केके शिवहरे की ओर से दीवानी गेट नंबर-1 के सामने केके इंटरप्राइजेज पर भी समाजबंधुओं ने विजय शिवहरे का स्वागत किया।
सुबह करीब 11 बजे विजयी घोषित होने के करीब एक घंटे बाद निर्वाचन अधिकारी ने विजय शिवहरे को जीत का प्रमाणपत्र प्रदान किया। इसके बाद वहां से विजय शिवहरे का काफिला जुलूस के रूप में लौटा। ट्रांसयमुना में गुप्ता मैरिज होम पर स्वागत व भोज का आयोजन था, इसके बाद ट्रांसयमुना कालोनी में ही गोयल नर्सिंग होम, वाटर वर्क्स चौराहा, लंगड़े की चौकी, सुल्तानगंज की पुलिया, भगवान टाकीज, दीवानी समेत करीब 25 जगह विजय शिवहरे का स्वागत हुआ। राजा मंडी चौराहा पर राधाकृष्ण मंदिर के अध्यक्ष अरविंद गुप्ता और शिवहरे समाज की ओर से विजय शिवहरे के स्वागत का कार्यक्रम रखा गया था। निर्धारित समय 2.30 बजे था लेकिन चुनाव परिणाम अपेक्षित समय से काफी पहले घोषित पर विजय शिवहरे के जल्द आगमन की संभावना के चलते शिवहरे बंधु डेढ़ बजे ही वहां पहुंच गए। तब उन्हें बताया गया था कि मुश्किल से एक-आध घंटे में विजय शिवहरे का काफिला वहां पहुंच जाएगा। इस दौरान अरविंद गुप्ता के साथ ही राधाकृष्ण मंदिर के उपाध्यक्ष अशोक शिवहरे अस्सो, महासचिव मुकुंद शिवहरे, कोषाध्यक्ष कुलभूषण गुप्ता रामभाई, सचिव धीरज शिवहरे, संजय शिवहरे, दाऊजी मंदिर समिति के उपाध्यक्ष नवनीत गुप्ता, कोषाध्यक्ष संतोष गुप्ता, हरीश शिवहरे गुड़ियल, आकाश शिवहरे, गोपाल शिवहरे, सरजू शिवहरे, उदय शिवहरे, मोतीलाल शिवहरे समेत कई अन्य समाजबंधु वहां डटे रहे। पसीना-पसीना कर देने वाली गर्मी और झुलसा देने वाली धूप में पांच घंटे से अधिक का इंतजार बेशक किसी को भी खल सकता है लेकिन विजय शिवहरे की जीत के उत्साह और स्वागत की उमंग में शिवहरेबंधु वहां डटे रहे। विजय शिवहरे के स्वागत के लिए बड़ा मंच बनाया गया था, उन्हें पहनाने के लिए 51 किलो फूलों की एक विशाल माला के साथ 50 छोटी-बड़ी मालाएं भी रखी गई थीं। ठंडे पानी का इंतजाम भी किया था। देर शाम साढ़े छह बजे विजय शिवहरे का काफिला वहां पहुंचा। जगह-जगह स्वागत की थकान विजय शिवहरे के चेहरे पर नुमाया होने लगी थी। विजय शिवहरे कार से उतर कर मंच पर आए तो काफिले में शामिल अन्य लोग भी मंच आ चढ़े जिससे धक्का-मुक्की की स्थिति पैदा हो घई। 51 किलो की जो माला विजय शिवहरे को पहनानी थी, वह इस खींचातानी में टूट गई। विजय शिवहरे महज दो मिनट ही मंच पर रहे और उसके बाद अपनी कार में सवार होकर आगे बढ़ गए। विजय शिवहरे के काफिले में युवा भाजपा नेता नीतेश शिवहरे, उमंग शिवहरे, अमित शिवहरे (ताजगंज), गौरव गुप्ता, अमित गुप्ता शिवहरे समेत अन्य शिवहरे युवा भी शामिल थे।
स्वागत करने आए समाजबंधुओं को इस बात का मलाल रहा कि विजय शिवहरे ने केवल दो मिनट का समय उन्हें दिया जबकि वे पांच घंटे से कड़ी धूप में उनका इंतजार कर रहे थे। इतने इंतजार और इंतजाम के बाद भी वे विजय शिवहरे को ठीक से मालाएं नहीं पहना सके, उनके साथ ठीक से फोटो नहीं ले सके। वहां मौजूद एक शिवहरेबंधु ने कहा कि स्वागत का प्रतियुत्तर सम्मान होता है, जिस व्यक्ति का स्वागत हो रहा हो, उसे स्वागत करने वालों की भावना का सम्मान करना चाहिए। उनका कहना था कि बेशक लगातार स्वागत से विजय शिवहरे बहुत थके होंगे, लेकिन समाज के मंच को कम से कम दस मिनट तो देना ही चाहिए था, जबकि स्वागत के कई अन्य मंचों पर उन्होंने इससे बहुत अधिक समय दिया।
इससे पूर्व केके शिवहरे के केके एंटरप्राइजेज पर विजय शिवहरे का स्वागत किया गया। विजय शिवहरे का काफिला शाम करीब चार बजे वहां पहुंचे। केके शिवहरे के साथ ही धर्मेश कुमार शिवहरे (कैलाशपुरी), रवि शिवहरे (सिकंदरा), विजय शिवहरे (सिकंदरा), अनिल शिवहरे (सिकंदरा), भूपेंद्र शिवहरे (सिकंदरा), नीतेश शिवहरे (सिकंदरा), राजेश शिवहरे (सिकंदरा), मनोज शिवहरे (सिकंदरा), संजय शिवहरे (सिकंदरा), एडवोकेट वीरेंद्र गुप्ता (शिवहरे) के साथ करीब एक दर्जन से अधिक वकीलों ने विजय शिवहरे को माला पहनाकर उनका स्वागत किया। विजय शिवहरे करीब 20 मिनट वहां रुके।
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