आगरा
रंग हैं तो खुशी है, आस है, प्रेरणा है, जीवन है। जरा सोचिये, रंग न होते तो कैसी होती ये दुनिया! पेड़ हरे न होते, फूल लाल-पीले न होते, आंखें कजरारी न होतीं, कैसी होती हमारी खाल, कपड़े, कैसे लगते आप और मै, कैसे जीते हम सब। ऐसी किसी दुनिया की कल्पना ही भयावह है। तो आइये, हम सब रंगों से होली खेलकर उस विधाता का अभिनंदन करें जिसने हमें रंग बख्शे हैं। परिजनों का सम्मान करें, जो हमें सुंदर रंगों वाली इस दुनिया में लाए हैं, बुजुर्गों का आशीर्वाद लें जिन्होंने रंगों की यह संपदा और परंपरा हमें सौंपी है। उन बच्चों को प्यार करें जिन्हें इन रंगों से प्रेरित होकर इस संसार को संवारना है, जिन्हें प्रकृति के सौंदर्य को अक्षुण्ण बनाए रखना है।


यही शुकराना होली का मूलभाव है और होली मिलन इसी शुक्रगुजारी के भाव को व्यक्त करने का एक बहाना है। इसीलिए भले ही होली खेलें या न खेलें, लेकिन होली मिलन में शिरकत जरूर करनी चाहिए। आगरा में शिवहरे समाज का होली मिलन समारोह इस बार लोहामंडी स्थित मंदिर श्री राधाकृष्ण में 26 मार्च मंगलवार को यानी दौज के दिन रखा गया है। मंदिर श्री दाऊजी महाराज प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री बिजनेश शिवहरे और मंदिर श्री राधाकृष्ण प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री अरविंद गुप्ता ने सभी समाजबंधुओं से 26 मार्च की शाम 4 बजे से होने वाले होली मिलन में भाग लेने का आह्वान किया है जहां चंदन का तिलक चित्त को और स्वादिष्ट ठंडाई मन को पवित्र शीतलता प्रदान करेगी।


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