आगरा।
आगरा में लंबे अंतराल के बाद कलचुरी समाज का विवाहयोग्य युवक-युवती परिचय सम्मेलन इस साल 19 नवंबर को होने जा रहा है। आज से ठीक 26 साल पहले स्व. श्री कमलकांत शिवहरे ने ‘शिवहरे जायसवाल (वैश्य) महासभा’ का गठन कर पहला परिचय सम्मेलन आगरा में कराया था और फिर एक के बाद एक लगातार वर्षों में दो परिचय सम्मेलनों और दो सामूहिक विवाहों के सफल आयोजन की सौगात समाज को दी थी। आज जब शिवहरे समाज आगरा के सहयोग से शिवहरेवाणी एक बार फिर उस सिलसिले को शुरू करने का प्रयास कर रही है तो उन सफल आयोजनों, उनके पीछे आयोजकों की कड़ी मेहनत और समाज की एकजुटता की ‘छिन्न-भिन्न’ स्मृतियां को खंगालना जरूरी हो जाता है, जो निश्चय ही प्रेरित करने वाली हैं।
स्व. श्री कमलकांत शिवहरे की पहल पर और उनके नेतृत्व में आगरा में हुए दो परिचय सम्मेलनों और दो सामूहिक विवाहों के आयोजनों की सफलता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है, कि आगरा ही नहीं, सुदूर समाज में भी लोग इन आयोजनों को आज तक याद करते हैं। आगरा से बाहर की कई सामाजिक शख्सियतें विभिन्न संदर्भों में आगरा में हुए उन आयोजनों का जिक्र शिवहरेवाणी से कर चुकी हैं। स्व. श्री कमलकांत शिवहरे ने 4 जुलाई 1997 को शिवहरे जायसवाल (वैश्य) महासभा का गठन कर आगरा में पहला परिचय सम्मेलन 15 अगस्त, 1997 को पंचकुइयां स्थित माथुर वैश्य भवन में कराया था जिससे विवाहयोग्य 68 युवतियों और 125 युवकों का परिचय समाज से हुआ। कई रिश्ते तय हुए। इस कार्यक्रम में आगरा मंडल के तत्कालीन अपर आयुक्त श्री शंकरलाल जायसवाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में अखिल भारतीय जायसवाल महासभा के तत्कालीन महामंत्री श्री वेदकुमार जायसवाल दिल्ली से आए थे। अध्यक्षता आगरा छावनी परिषद के तत्कालीन पार्षद स्व. श्री गोपाल नारायण शिवहरे ने की थी। इस पहले आयोजन की सफलता से उत्साहित शिवहरे जायसवाल (वैश्य) महासभा ने 3 फरवरी, 1998 को आगरा में सदर स्थित गोपीचंद शिवहरे सनातन धर्म कन्या इंटर कालेज में सामूहिक विवाह का भव्य आयोजन कर पांच जोड़ों की शादी कराई। इस सामूहिक विवाह में आगरा के शिवहरे समाज ने नवविवाहित जोड़ों पर मानों उपहारों की झड़ी लगा दी थी। समाज का उत्साह देखते ही बन रहा था। उस कार्यक्रम के साक्षी बने लोग उस मंजर को आज भी भूले नहीं होंगे।
इसके बाद 16 मई 1999 को दूसरा परिचय सम्मेलन सूरसदन प्रेक्षागृह किया गया जिसमें आगरा-फिरोजाबाद समेत देशभर से 180 युवकों और 145 युवतियों के परिचय महासभा को प्राप्त हुए थे। इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में तत्कालीन यूपी सरकार के सांस्कृतिक मंत्री श्री जितेंद्र कुमार जायसवाल मौजूद थे। खास बात यह है कि उन्होंने पहली बार इसी सम्मेलन में जायसवाल, शिवहरे समाज को पिछड़ा वर्ग में शामिल किए जाने को लेकर सरकार की तरफ से आश्वस्त किया था। कार्यक्रम की अध्यक्षता यूपीएलडीएमसी के पूर्व चेयरमैन श्री प्रकाशचंद्र शिवहरे ने की थी। विशिष्ट अतिथि के रूप में शिवहरे जायसवाल (सर्ववर्गीय) महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष श्री वेदकुमार जायसवाल मंचासीन थे। मंच पर दाऊजी मंदिर समिति के तत्कालीन अध्यक्ष कीर्तिशेष श्राी चंद्रशेखर शिवहरे ‘चंदू कप्तान’, श्री किशन शिवहरे (जो बाद में दाऊजी मंदिर के अध्यक्ष रहे), श्री भगवान स्वरूप शिवहरे (यह भी बाद में दाऊजी मंदिर के अध्यक्ष बने), समाजसेवी श्री सतीश शिवहरे ‘ठेकेदार’, कानपुर के पूर्व मेयर श्री जयप्रकाश जायसवाल और जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा के संरक्षक श्री अजय जायसवाल (लखनऊ) जैसी शख्सियतों की मौजूदगी में यह कार्यक्रम भी पहले परिचय सम्मेलन की तरह ही बहुत सफल रहा। इसके बाद दूसरा सामूहिक विवाह 10 फरवरी 2000 को एमडीजैन इंटर कालेज में भव्य इंतजामों के बीच संपन्न हुआ जिसमें एक दर्जन जोड़ों का विवाह कराया गया था। आगरा और फिरोजाबाद के शिवहरे समाज ने बड़ी संख्या में इस कार्यक्रम में शामिल होकर नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया। लगातार सफल कार्यक्रमों से लग रहा था कि अब यह सिलसिला चल निकला है, और शिवहरे समाज आगरा के हर साल होने वाले उत्सव का रूप ले लेगा। लेकिन, फिर कुछ ऐसा हुआ कि इस सिलसिले पर ब्रेक लग गया।
इसके छह साल बाद ऐसा ही एक प्रयास श्री मनोज शिवहरे की अध्यक्षता वाली शिवहरे महासभा ने किया। वर्ष 2006 में शिवहरे महासभा ने एक परिचय सम्मेलन सूरसदन में कराया और उसके बाद 19 अप्रैल 2007 को सामूहिक विवाह का आयोजन जीआईसी इंटर कालेज के ग्राउंड में किया। लेकिन एक बार के आयोजन के बाद इसे आगे नहीं बढ़ाया जा सका। इसमें दो राय नहीं कि स्व. श्री कमलकांत शिवहरे ने व्यापक पैमाने पर समाज के सभी वर्गों को जोड़कर परिचय सम्मेलनों और सामूहिक विवाहों के अद्भुत आयोजन कर आने वालों के लिए एक बड़ी लाइन खीच दी थी। उस दौर में यह काम आज के मुकाबले कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण रहा होगा।
लेकिन, अब शिवहरेवाणी ने आगरा में शिवहरे समाज की दोनों धरोहरों श्री दाऊजी मंदिर प्रबंध समिति और राधाकृष्ण मंदिर कमेटी समेत समाज को साथ लेकर परिचय सम्मेलन कराने का बीड़ा उठाया है। फोकस यह है कि परिचय सम्मेलन समाज के लिए अधिकतम उपयोगी साबित हो। सोशल मीडिया पर अब तक के संक्षिप्त प्रचार के चलते शिवहरेवाणी को साठ से अधिक युवक-युवतियों के बायोडेटा तो अभी से प्राप्त हो गए हैं। कोशिश एक हजार बायोडेटा जुटाने और अधिक से अधिक युवक-युवतियो को मंच से परिचय दिलाने की है। माननी. विधायक श्री विजय शिवहरे 19 नवंबर को होने वाले इस परिचय सम्मेलन के पीछे हमारे प्रणेता और मार्गदर्शक हैं, जिनकी आगरा में अब तक हुए हर परिचय सम्मेलन और सामूहिक विवाह में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इनके अलावा भी ऐसे कई सम्मानित समाजबंधु हमारे बीच है जिन्होंने शिवहरे जायसवाल (वैश्य) महासभा और शिवहरे महासभा के परिचय सम्मेलनों व सामूहिक विवाहों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, और महत्वपूर्ण योगदान किया। शिवहरेवाणी को उनके अनुभव और सहयोग का लाभ प्राप्त होगा, ऐसी अपेक्षा है।
समाचार
समाज
प्रेरक स्मृतियांः स्व. श्री कमलकांत शिवहरे जिन्होंने आगरा में शिवहरे समाजको एकजुट कर कराए परिचय सम्मेलन और सामूहिक विवाह के चार सफल आयोजन
- by admin
- August 14, 2023
- 0 Comments
- Less than a minute
- 1 year ago
Leave feedback about this