आगरा।
नेहरू नगर में पातीराम पान भंडार के संचालक श्री पप्पन शिवहरे ने सालों पहले अपने ग्राहकों को करवा चौथ की ऐसी सौगात दी थी, जो उनकी पत्नियों की पहली पसंद बन गई। यह सौगात है उनका ‘करवा चौथ स्पेशल पान’। हर बार की तरह इस बार भी उनके लजीज और खुश्बूदार ‘करवाचौथ स्पेशल पान’ की जबरदस्त डिमांड रही। शाम होते ही उनकी दुकान सुंदर पैकिंग में 25 से अधिक वैरायटी के लजीज-खुश्बूदार पानों से सज गई, और रात को चांद दिखाई देने के बाद तो ग्राहकों का रेला उम़ड़ पड़ा।
श्री पप्पन शिवहरे ने बताया कि करीब 30-32 साल पहले करवा चौथ पर उन्होंने अपने कुछ खास मित्रवत ग्राहकों को मजाक और यारबाशी में ही मीठे पान बड़े करीने से तैयार करके दिए थे। इन पानों में उन्होंने गुलकंद, सुपारी, मीठे मसालों के साथ कई अच्छी किस्म की खुश्बुओं, चटनियों का इस्तेमाल किया था जिन्हें ग्राहकों ने अपनी पत्नियों को करवा चौथ का उपवास तोड़ने के बाद खिलाया। अगले दिन ग्राहकों ने उनके पान की जमकर तारीफ की, हालांकि तब भी उन्होंने इसे सामान्य तौर पर ही लिया और कोई तवज्जो नहीं दी। अगले बरस करवा चौथ पर जब ग्राहकों ने पिछले करवाचौथ की याद दिलाते हुए फिर वैसे ही पान की डिमांड की, तब उन्हें इसमें संभावनाएं नजर आईं और उसके बाद से वह हर करवा चौथ पर स्पेशल मीठे पानों से अपनी दुकान सजाने लगे। श्री पप्पन शिवहरे ने बताया कि उनके पास मीठे पानों की पचास से अधिक वैरायटी हैं, जिनमें से ज्यादातर उन्होंने खुद ईजाद की हैं। लेकिन, ‘करवा चौथ स्पेशल पान’ पहले दिन से ही उसी तरह तैयार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ‘करवा चौथ स्पेशल’ होता तो मीठा पान ही है लेकिन इसमें सर्वश्रेष्ठ ब्रांड की खुश्बुओं, मसालों, जायकों, चटनियों और गुलकंद का इस्तेमाल करते हैं।
नाई की मंडी में हल्का मदन निवासी श्री पप्पन शिवहरे ने बताया कि करवा चौथ के दिन महिलाएं दिनभर निर्जला व्रत रखती हैं जिसके चलते व्रत खोलने के बाद आमतौर पर उन्हें गला सूखने और चटखने की शिकायत हो जाती है। पप्पन भाई का ‘करवा चौथ स्पेशल पान’ उपवास रखने वाली महिलाओं की इस दिक्कत को दूर करता है और उनके गले को शीतलता प्रदान करता है। पान की शानदार खुश्बुयें ऐसा जादू बिखेरती हैं कि वैवाहिक जीवन की ‘बासी कढ़ी’ में भी उबाल आ जाता है…., और फिर दांपत्य सुख बढ़ाने के पान के आयुर्वेदिक गुण तो अपनी जगह हैं हीं।
श्री पप्पन शिवहरे ने बताया कि करवा चौथ पर उनकी दुकान से 7 हजार से अधिक ‘करवा चौथ स्पेशल पान’ बिक जाते थे लेकिन कोरोना काल के बाद से पान की बिक्री में खासी कमी आई है। उनके पास ‘करवा चौथ स्पेशल पान’ के अलावा भी कई जायके हैं जैसे क्रंची चॉकलेट पान, चॉकलेट पान, स्ट्राबेरी पान, सेंडविच पान..ये पान, वो पान..जानें कौन-कौन से पाऩ। आम दिनों में भी श्री पप्पन शिवहरे के चांदी के वरक में लिपटे मीठे पानों में जबरदस्त डिमांड रहती है।
श्री पप्पन शिवहरे ने दो साल पहले अंजना टाकीज मार्केट में ‘पातीराम पान कार्नर’ के नाम से पान की एक नई दुकान भी शुरू की है जो पान के शो-रूम सा नजर आता है। श्री पप्पन शिवहरे का कहना है कि उनके यहां पान के पत्ते से लेकर कत्था-चूना और पान में डाले जाने वाले मसाले, खुश्बुएं, चटनी और हर तरह की सामग्री में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाता है। वह कोई लोकल खरीद नहीं करते हैं, पान भी आढ़तियों से न लेकर सीधे ब़ड़ी मंडियों से डोलियां मंगाते हैं। पर्चेजिंग के लिए हर दूसरे-तीसरे महीने बनारस जाते हैं, जहां से गुलकंद, पान के अलग-अलग मसाले, चटनियां, किमाम आदि थोक में लाते हैं। इसी के चलते वह अपने ग्राहकों को वाजिब दामों में शुद्ध और शानदार पान दे पाते हैं।
बड़े प्यार और सम्मान से ग्राहकों की करते हैं जलसेवा
श्री पप्पन शिवहरे आगरा में संभवतः एकमात्र पान व्यवसायी होंगे जो अपने ग्राहकों को पानी की बेहतरीन सेवा देते हैं। आमतौर पर पान की दुकानों में ग्राहकों के लिए पेयजल नहीं रखा जाता। ग्राहक पानी मांगता है तो उन्हें पानी की थैली या बोतल ही मिलती है जिसके पैसे देने होते हैं। लेकिन श्री पप्पन शिवहरे के यहां ग्राहकों को बड़े सम्मान से साफ-सुथरे चमकते तांबे के गंगासागर में फिल्टर पानी पिलाया जाता है। गर्मियों में ग्राहक को हर समय शीतल जल मिलता है। श्री पप्पन शिवहरे ने बताया कि गर्मियों में उनकी दुकान पर पानी के दस कैम्पर आते हैं, जाड़े में भी तीन कैम्पर तो खत्म हो ही जाते हैं। श्री पप्पन शिवहरे मानते हैं कि पानी भी उनकी दुकान की एक यूएसपी है, वह ग्राहकों की जलसेवा में कोई कमी नहीं होने देते।
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