ग्वालियर।
वयोवृद्ध समाजसेवी, पत्रकार एवं राजनीतिज्ञ श्री कालका प्रसाद शिवहरे नहीं रहे। कलचुरी समाज के 18 युवक-युवती परिचय सम्मेलनों और कई सामूहिक विवाहों का आय़ोजन करा चुके श्री कालका प्रसाद शिवहरे 88 वर्ष की आयु में भी सामाजिक कार्यों एवं गतिविधियों में पूरी ऊर्जा से भागीदारी करते थे। बीते रविवार 19 नवंबर को ही वह आगरा के सूरसदन में हुए कलचुरी वैवाहिक परिचय सम्मेलन के मंच पर थे। ऊपर दिया चित्र इसी कार्यक्रम का है। तब किसी को क्या पता था कि वह इतनी जल्दी इस दुनिया से विदा ले लेंगे।
श्री कालका प्रसाद शिवहरे ने अपने जीवन का आखिरी दिन भी भरपूर ऊर्जा के साथ जिया। सोमवार 27 नवंबर की सुबह वह रोज की तरह उठे, दोपहर को तैयार होकर घर के नीचे बेटे के मेडिकल स्टोर पहुंचे। वहां दो-तीन घंटे बिताए। शाम को फिर पुनः घर लौट गए। देर शाम करीब 7.30 बजे वह अपने कमरे में पुत्र श्री नरेंद्र शिवहरे से बात कर रहे थे. और बात करते-करते अचानक अचेत हो गए। नरेंद्र या मौजूद अन्य परिवारीजन कुछ समझ पाते, तब तक उनके प्राण-पखेरू उड़ चुके थे। नई सड़क के दुकानदारों को इस खबर पर सहज यकीन नहीं हुआ, कुछ घंटे पहले ही तो उनकी मेडिकल शॉप पर देखा था। उनके निधन का समाचार जिसने भी सुना स्तब्ध रह गया। उनकी अंत्येष्टि मंगलवार 28 नवंबर को पूर्वाह्न 11 बजे ग्वालियर के लक्ष्मीगंज मुक्तिधाम पर की जाएगी।
12 मार्च,1936 को जन्मे श्री कालका प्रसाद शिवहरे पेशे से पत्रकार थे। उन्होंने जय स्वतंत्र भारत समाचार-पत्र की नींव रखी, जो पहले ग्वालियर से प्रकाशित किया जाता रहा था, अब भोपाल से भी प्रकाशित होने लगा था। इस आयु में भी अपने अखबार की खबरों पर पूरी नजर रखते थे। वह मध्य प्रदेश कांग्रेस के महासचिव भी थे। वह काफी समय से बीमार थे, जांच में उनके हृदय की 90 फीसदी नसें ब्लॉक मिलीं थी। डाक्टरों ने सख्त एहतियात ताकीद कर दी थी। लेकिन, श्री कालका प्रसाद जी कहां मानने वाले थे, उन्होंने आखिरी वक्त तक समाज के लिए खुद को सक्रिय रखा। दो वर्ष पूर्व ही सहस्रबाहु जयंती पर उन्होंने नई सड़क स्थित महावीर धर्मशाला में अपने जीवन का 18वां परिचय सम्मेलन कराया था। इस कार्यक्रम के मंच पर अपने अध्यक्षीय संबोधन में उन्होंने कहा था, कि जब तक वह जीवित हैं, समाज के लिए काम करते रहेंगे। और, उनकी यह बात सोलह आना सच साबित हुई। इतनी वृद्धावस्था और बीमारी की हालत में भी वह आगरा आ पाए, तो इसके पीछे कहीं न कहीं समाज के प्रति उनकी नेक भावना ही थी। शिवहरेवाणी श्री कालका प्रसाद जी शिवहरे को श्रद्धाजलि अर्पित करती है और समाज के प्रति उनके नेक भाव और भावना को नमन करती है। श्री कालका प्रसाद शिवहरे भोपाल में जाने-माने शिक्षाविद एवं समाजसेवी श्री जयनारायण चौकसे के समधी थे।
शोकाकुल परिवारः-
राजेंद्र कुमार-मीरा शिवहरे, नरेंद्र-सुमनलता शिवहरे, वीरेंद्र-आशा शिवहरे, धर्मेंद्र-अनीता (पुत्र-पुत्रवधु)
साधना गुप्ता-अजय गुप्ता ’कृष्णा रेफ्रिजरेशन, बाग मुजफ्फरखां, आगरा’, शिमला शिवहरे-केके शिवहरे (पुत्री-दामाद)
एवं समस्त शिवहरे परिवार, मित्रगण।
शिवहरे क्लीनि एवं मेडिकल स्टोर,नईसड़क ग्वालियार
मायाश्री लॉज, नई सड़क, ग्वालियर
संपर्कः-9425778471, 7987940766
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