आगरा।
सेवा के भाव संस्कारों से आते हैं और संस्कार परिवार में पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ते हैं। मगर आज के दौर में देखा जा रहा है कि नई पीढ़ी अपने बुजुर्गों के कारोबार पर तो अपना हक मानती है लेकिन उनके द्वारा किए जाने वाले सेवा कार्यों से विमुख रहती है। धन्य है सिकंदरा का शिवहरे परिवार, जो पिछले आठ दशक से आगरा के ऐतिहासक कैलाश मेले में निःस्वार्थ भाव से शिवभक्तों की निशुल्क जलसेवा एवं भोजनसेवा करता आ रहा है। इस बार यह जिम्मेदारी नौजवान पीढ़ी ने बड़ी शिद्दत से संभाली, और अपने बुजुर्गों के सेवाकार्य को आगे बढ़ाया।


बता दें कि आगरा के सिकंदरा में यमुना तट पर कैलाश महादेव मंदिर है, पौराणिक महत्व के इस मंदिर पर हर वर्ष सावन माह के तीसरे सोमवार को भव्य मेला लगता है जिसमें आगरा शहर और जनपद के ग्रामीण इलाकों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु और कांवड़िये महादेव पर जल चढ़ाने पहुंचते हैं। आगरा में इस मेले का महत्व इसी से समझा जा सकता है कि इसकी वजह से हर सावन के तीसरे सोमवार को लोकल होलीडे रहता है, सारे सरकारी दफ्तर, बैंक, स्कूल-कालेज आदि बंद रहते हैं। इस बार 28 जुलाई को मेले का आयोजन हुआ जिसमें हर बार की तरह सिकंदरा के प्रतिष्ठित शिवहरे परिवार की ओर से विशाल भंडारे और जलसेवा के शिविर लगाए गए।


भंडारे के शिविर का प्रबंध मुख्य रूप से श्री निखिल शिवहरे ‘गोलू’ ने संभाला जो शिवा हार्डवेयर के प्रोपराइटर श्री अनिल कुमार शिवहरे ((महानगर अध्यक्ष-अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद ट्रेड एंड इंडस्ट्रीज वेलफेयर एसोसिएशन) के पुत्र हैं। शिवा हार्डवेयर पर आयोजित भंडारे का शुभारंभ पूर्वाह्न 11 बजे भगवान को भोग चढाकर किया गया। शिविर में शिवभक्तों की जलसेवा ब्रांडेड ‘लाहौरी जीरा सोडा’ की बोतलों से की गई, जबकि बच्चों के लिए फ्रूट-जूस के ट्रेटा पैक रखे गए थे। वहीं भंडारे में पूड़ी-सब्जी और छोले-चावल की अटूट सेवा की गई। भंडारे में करीब सात कुंटल आटे की पूड़ियां बनाईं गई। भंडारा शाम करीब 6 बजे तक चला। शिविर की व्यवस्थाओं में श्री सतीशचंद्र शिवहरे, श्री धर्मेश शिवहरे (स्टॉकएड एकेडमी), श्री रवि शिवहरे (शिवहरे इलेक्ट्रिकल्स), श्री विजय शिवहरे समेत अन्य परिवारीजनों का भी योगदान रहा। परिवार की युवा पीढ़ी पूरे दिन परसादी वितरण की व्यवस्थाओं में सहयोग करती नजर आई।


भंडारा शिविर के बगल में जोरदार साउंड सिस्टम की व्यवस्था की गई थी। पचास से अधिक स्पीकर व तुरही से गूंजते भोले के भजनों पर शिवभक्त नाचते नजर आए। इसके साथ ही शीतल जल की प्याऊ जिला सहकारी उपभोक्ता भंडार समिति के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ भाजपा नेता श्री केके शिवहरे की ओर से लगाई गई थी। सुबह से शुरू हुई प्याऊ देर शाम तक चलती रही। प्याऊ की व्यवस्था श्री केके शिवहरे के दोनों युवा पुत्रों श्री अंशुल शिवहरे (अध्यक्ष, शिवहरे समाज एकता परिषद) और श्री हिमांशु शिवहरे ने संभाली।


श्री अनिल शिवहरे ने बताया कि करीब 80 वर्षों से उनका परिवार कैलाश मेले में प्याऊ और भंडारा करता आ रहा है। वर्ष 2000 से भंडारे की व्यवस्था को वह करते आ रहे थे, लेकिन गत वर्ष से भंडारे की योजना व प्रबंध उनके पुत्र निखिल शिवहरे गोलू संभाल रहे हैं। अब उनके हिस्से एकमात्र काम शिविर में आगंतुक परिचितों का स्वागत करना रह गया था। एक ओर शिविर के काउंटर पर पूड़ी-सब्जी की परसादी प्राप्त करने के लिए शिवभक्तों की भीड़ उमड़ती रही, वहीं दूसरी तरफ शिविर के अंदर वैश्य एकता परिषद के पदाधिकारियों, व्यापारी मित्रों और रिश्तेदारों व समाजबंधुओं का आना-जाना बना रहा, जिनका स्वागत श्री अनिल शिवहरे व अन्य परिजनों ने किया।
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