आगरा।
आज राधाअष्टमी है, भगवान श्रीकृष्ण की प्राणों से प्यारी राधारानी का जन्मोत्सव। भगवान श्रीकृष्ण का एक नाम ‘राधारमण’ भी है, तो राधारानी को भी ‘कृष्ण सुखकारी’ के नाम से अपना संबोधन अधिक प्रिय है। भगवान श्रीकृष्ण स्वयं कहते हैं कि राधा जैसा कोई नहीं, करोड़ों महालक्ष्मी भी नहीं। ऐसी कृपा वर्षिणी राधा के जन्मोत्सव की शाम आगरा में शिवहरे समाज की धरोहर राधाकृष्ण मंदिर भजनों की संगीतमय अमृतवर्षा से सराबोर होगा। आज 14 सितंबर की शाम 6 बजे से ऑरकेस्ट्रा पार्टी के साथ कुलभूषण गुप्ता ‘रामभाई’ के साथ आगरा के जाने-माने भजन गायक भगवान कृष्ण और राधारानी के भजनों की प्रस्तुति देंगे। इस दौरान आकर्षक फूलबंगला भी सजाया जाएगा। प्रसादी वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन होगा।
राधाकृष्ण मंदिर समिति के अध्यक्ष अरविंद गुप्ता, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक शिवहरे ‘अस्सो’, महासचिव मुकुंद शिवहरे, कोषाध्यक्ष कुलभूषण गुप्ता ‘राम भाई’, सचिव धीरज शिवहहरे, उपाध्यक्ष रिषीरंजन शिवहरे समेत समस्त कार्यकारिणी ने शिवहरे समाजबंधुओं से भजन संध्या में आध्यात्मिक आनंद के पलों को अपनी उपस्थिति से अविस्मणीय बनाने का अनुरोध किया।
पौराणिक कथा के अनुसार, आज ही के दिन यानी भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को राजा वृषभानु के यज्ञ से राधारानी प्रकट हुई थीं। कहते हैं कि राजा वृषभानु जब यज्ञ के लिए भूमि की सफाई कर रहे थे, तब उन्हें एक कन्या की प्राप्ति हुई। उन्होंने इस कन्या को भूमिदेवी का आशीर्वाद मानकर स्वीकार किया, और उसका लालन-पालन किया। राधाअष्टमी पर मंदिरों में राधारानी की पूजा होती है। इस पावन अवसर पर यदि राधारानी के 32 नामों का जाप किया जाए तो घर में सुख और परिवार वालों में आपसी प्रेम व शांति बढ़ती है। साथ ही धन-संपत्ति औऱ समृद्धि प्राप्त होती है। राधाकृष्ण मंदिर में आज शाम को होने वाली भजन संध्या में आध्यात्मिक आनंद के साथ ही अलग-अलग भजनों के पदों में राधारानी के इन 32 नामों के श्रवण का पुण्य स्वतः अर्जित हो जाएगा।
राधा जी के 32 नाम:
1: मृदुल भाषिणी राधा ! राधा !!
2: सौंदर्य राषिणी राधा ! राधा !!
3 : परम् पुनीता राधा ! राधा !!
4 : नित्य नवनीता राधा ! राधा !!
5 : रास विलासिनी राधा ! राधा !!
6 : दिव्य सुवासिनी राधा ! राधा !!
7 : नवल किशोरी राधा ! राधा !!
8 :अति ही भोरी राधा ! राधा !!
9 : कंचनवर्णी राधा ! राधा !!
10 : नित्य सुखकरणी राधा ! राधा !!
11 : सुभग भामिनी राधा ! राधा !!
12 : जगत स्वामिनी राधा ! राधा !!
13 : कृष्ण आनन्दिनी राधा ! राधा !!
14 : आनंद कन्दिनी राधा ! राधा !!
15 : प्रेम मूर्ति राधा ! राधा !!
16 : रस आपूर्ति राधा ! राधा !!
17 : नवल ब्रजेश्वरी राधा ! राधा !!
18: नित्य रासेश्वरी राधा ! राधा !!
19 : कोमल अंगिनी राधा ! राधा !!
20 : कृष्ण संगिनी राधा ! राधा !!
21 : कृपा वर्षिणी राधा ! राधा !!
22: परम् हर्षिणी राधा ! राधा !!
23 : सिंधु स्वरूपा राधा ! राधा !!
24 : परम् अनूपा राधा ! राधा !!
25 : परम् हितकारी राधा ! राधा !!
26 : कृष्ण सुखकारी राधा ! राधा !!
27 : निकुंज स्वामिनी राधा ! राधा !!
28 : नवल भामिनी राधा ! राधा !!
29 : रास रासेश्वरी राधा ! राधा !!
30 : स्वयं परमेश्वरी राधा ! राधा !!
31: सकल गुणीता राधा ! राधा !!
32 : रसिकिनी पुनीता राधा ! राधा !!
कर जोरि वन्दन करूं मैं_
नित नित करूं प्रणाम_
रसना से गाती/गाता रहूं_
श्री राधा राधा नाम !!
पूरे मन से इन नामों का एक बार जाप करने से अथवा श्रवण मात्र से ही राधा जी की कृपा हो जाती है। जीवन में ऐसी अदभुत कृपा प्राप्त करने का अवसर कौन चूकता है भला, आप भी इस भजन संध्या को मिस न कीजिये.., याद रखिये आज शाम 6 बजे राधाकृष्ण मंदिर।
Leave feedback about this